बाबा रामदेव पर जैसे ही चंदन तस्करी करने का आरोप लगा है। वैसे ही आलोचनों का दौर भी शुरू हो चुका।
सामाजिक कार्यकर्ता और कल्किपीठ के आचार्य प्रमोद कृष्णन ने सोशल मीडिया पर रामदेव की तीखीं आलोचना की।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि चूरन, चटनी से लेकर “चड्डी” तक “बेचने” के बाद भी पेट नहीं भरा, तो अब “चंदन” बेचना शुरू कर दिया।
दरअसल देश में आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स बनाने वाली बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि, 50 टन लाल चंदन की लकड़ी को चीन एक्सपोर्ट करने के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट पहुंची है। हालाकिं पतंजलि ने आरोप को ख़ारिज करते हुए कहा है कि यह लकड़ी सी ग्रेड की है और इन्हें एक्सपोर्ट किया जा सकता है।
वहीं सरकारी अधिकारियों का कहना है कि, अच्छे क्वालिटी वाली चंदन की लकड़ियों को सी ग्रेड के चंदन की लकड़ियों के साथ भेजा जा रहा था। फिलहाल एक्सपोर्ट रोक दिया गया है और जब तक जांच ख़त्म नहीं हो जाती तब तक एक्सपोर्ट नहीं किया जायेगा।