एक वक़्त था जब अटल बिहारी वाजपयी की सरकार एक वोट के कारण गिर गई थी। अब वक़्त ऐसा आ गया है की बीजेपी 2 सीटें जीतते हुए सरकार बनाने की योजना बना रही है।
हाल ही में कई बार बीजेपी ने ऐसा उदाहरण पेश किया जिससे ये साफ़ दिखाई देते है की सत्ता की भूख बीजेपी को किस हद तक है।
बीजेपी ने गोवा, मणिपुर, मिज़ोरम, बिहार के बाद अब मेघालय में भी कम सीटें होने के बावजूद सरकार बनाने जा रही है। मेघालय में महज़ 2 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली बीजेपी सरकार बनाने जा रही है।
कांग्रेस इसे अवसरवाद बता रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि, “सिर्फ़ दो सीटें, बीजेपी ने प्रॉक्सी के ज़रिये मेघालय में सत्ता हासिल की, मणिपुर और गोवा की तरह बीजेपी ने जनादेश के प्रति असम्मान दिखाया है।
सत्ता हासिल करने के लिए पैसे का इस्तेमाल कर अवसरवादी गठबंधन बनाया।
चुनावी नतीजों को देखें तो राज्य में कांग्रेस के 21 और बीजेपी के 2 सीटें है, वही नेशनल पीपल्स पार्टी को 19, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी को 6 और पीपल्स डेमोक्रेटिक फ़्रंट को 4 सीटें मिली हैं।
वही कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने बीजेपी को अटल सरकार की याद दिलाते हुए लिखा कि आदरणीय अटल जी आज सक्रिय होते तो अपने आप पर बहुत शर्मिन्दा होते!!
वर्षों दो सांसद लेकर सरकार बनाने की सोची भी नही आज दो विधायक वाले उन्ही की पार्टी ने सरकार बना ली। देश बदल रहा है अब जनता नही राज्यपाल सरकार बना रहा है।
ये अभी देखना बाकी है की अब मेघालय में किस पार्टी को सत्ता का सुख प्राप्त होता क्योकिं बीजेपी दावे ऐसे कर रही जैसे उसने पहले से ही सभी पत्ते सेट कर रखें हो।