पेट्रोल-डीजल की कीमतों में एक बार फिर बढ़ोत्तरी हुई है। इसी के साथ पेट्रोल-डीजल की कीमतें चार साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। दिल्ली में इस वक़्त पेट्रोल 73.73 और डीजल 64.58 रुपए प्रति लीटर की कीमत पर बिक रहा है।
ख़बरों के मुताबिक, दिल्ली में सोमवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 18 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई है। पेट्रोलियम कंपनियों ने जो मूल्य अधिसूचना जारी की उसके बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतें पूरे देश में 14 सितंबर 2014 के क़रीब पहुंच गईं हैं। उस वक़्त दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 76.06 रुपए प्रति लीटर थी। जबकि डीजल 64.58 रुपए प्रति लीटर था।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हुई ताज़ा बढ़ोत्तरी को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने एक ट्वीट के ज़रिए तुकबंदी करते हुए लिखा, “डीज़ल पैंसठ हुआ,पेट्रोल पिचहत्तर पार, कहां गयी मोदी जी की वह हुंकार? कि ‘अबकी बार महँगाई की मार’!”
कांग्रेस नेता ने आगे लिखा, “आम आदमी के लिए बीजेपी का चुनावों से पहले का नारा भद्दा मज़ाक बन गया है। उन्होंने लिखा, “हमने पहले भी यह मांग की थी और अब भी करते हैं कि पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के अंतर्गत लाया जाना चाहिए”।
डीज़ल पैंसठ हुआ,पेट्रोल पिचहत्तर पार,
कहाँ गयी मोदी जी की वह हुँकार?
कि 'अबकी बार महँगाई की मार'!BJP’s pre elections slogans have now become a Cruel Joke on Common People!
We have demanded in past & we again reiterate our demand that Petrol-Diesel must be brought under GST. pic.twitter.com/qj5pgzvgak
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 2, 2018
ग़ौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में कमी का लाभ आम जनता को मिल सके, इसकी मांग लंबे समय से हो रही है लेकिन केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अब तक इस मांग पर ध्यान नहीं दिया है। बल्कि वे नवंबर 2014 से जनवरी 2016 के बीच नौ बार उत्पाद शुल्क बढ़ा चुके हैं।