उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कितने भी दावे करें की अब उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश होने के रास्ते पर है। मगर पिछले दिनों उन्नाव में हुई घटना ने योगी सरकार के इन दावों की पोल दी। दलितों पर बढ़ते अत्याचारों की कहानी ये है की प्रदेश के इटावा जिले में एक दलित किशोरी के छेड़खानी की जाती है। जब लड़की छेड़खानी का विरोध चप्पल दिखाते हुए करती है तो मनचले इस बात से इतना गुस्सा होते है की लड़की का गला घोंटकर हत्या कर देते है।

दरअसल ये मामला का उत्तर प्रदेश कहा जहां की सरकार क्राइम फ्री होने का दावा करती है। मुख्यमंत्री योगी तो हर दिन मुस्कुराते चेहरे के साथ ये कहते हुए नज़र आते है की अराजक और मनचलों को छोड़ा नहीं जायेगा। लड़कियों के खिलाफ हो रहे  छेड़खानी मामले के सरकार ने एंटी रोमिओ दस्ता बनाया मगर सब फेल। अगर वो दस्ता काम करता तो  दलित किशोरी को छेड़खानी का विरोध करने की कीमत अपनी जान देकर नहीं चुकाना पड़ता।

ताजा मामला इटावा जनपद के थाना चौबिया के भूटा गांव का है। जहां 17 साल की आरती जाटव बाज़ार जाने के निकली। घर का सामान लेकर लौटती आरती को रास्ते में बैठे दो मनचलों ने उसके साथ छेड़खानी शुरू कर दी।

आरती ने अपने ऊपर हो रही छेड़खानी विरोध चप्पल दिखाते हुए किया। बस यही बात उन दो मनचलों को बुरी लग गई और उन्होंने उसे घर में अकेला पाकर रविवार की रात घर में घुसकर उस गला दबा दिया इसके बाद लड़की के शव को फांसी के पर लटकाकर फरार हो गए।

इस हादसे के बाद पिता सुखदेव परेशान है उनका कहना है वो दो लड़के आते जाते लड़कियों को छेड़ते रहते हैं। सुखदेव ने बताया की इन्ही दोनों की वजह से आरती ने कॉलेज भी जाना बंद कर दिया था।

अब इस मामले की जांच में एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया है कि लड़की के घरवालों ने जिन दो लड़कों पर छेड़खानी के साथ हत्या का आरोप लगाया है उस मामले की अभी जाँच चल रही है। इस मामले आरोपी गिरफ्तार कर लिया है जबकि दुसरे की तलाश जारी है।

 

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