सरहद पर 20 सैनिक शहीद हो गए, इधर जमीन के लिए अमेठी में परिवार संग धरने पर बैठा फौज
सैनिक एक तरफ चीन विवाद के बाद लद्दाख के गलवान घाटी में शहीद हो रहे हैं तो दूसरी तरफ अमेठी में एक सैनिक को अपनी ही ज़मीन लेने के लिए धरने पर बैठना पड़ रहा है। अपने आपको राष्ट्रवादी कहने वाली और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में देश की सीमा की सुरक्षा में तैनात एक सैनिक न्याय के लिए एसडीएम ऑफिस के बाहर पत्नी और बच्चे के साथ धरने पर बैठ गया है।
धरने पर बैठे पीड़ित सैनिक बृजेश कुमार दुबे का आरोप है कि उसकी जमीन पर गाँव के दबंग लोगों ने कब्ज़ा कर लिया है। आरोप है कि अनुसूचित जाति के लोगों द्वारा जबरन उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया गया है और साथ ही उसे एससी-एसटी के मामले में फंसाने की धमकी दे रहे हैं।
न्याय के लिए ब्रिजेश कुमार दुबे SDM ऑफिस के बाहर कड़ी धूप में अपनी पत्नी और बच्चे के साथ धरने पर बैठे हुए हैं। फौजी बृजेश दुबे जम्मू राष्ट्रीय राइफल डोगरा रेजिमेंट पुंछ मे तैनात हैं। सैनिक ने कई बार इसकी शिकायत स्थानीय प्रसाशन से की, लेकिन प्रसाशन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई जिससे परेशान होकर सैनिक ने एसडीएम ऑफिस परिसर में जमीन पर परिवार संग बैठकर न्याय की गुहार लगा रहा है। जबकि दबंग लोग सैनिक और उसकी पत्नी बच्चे को जान से मारने की धमकी दे रहें हैं।
जहां सैनिक बृजेश अपनी पत्नी और बच्चे के साथ घंटो धूप में बैठा रहे। वहीँ एसडीएम योगेंद्र कुमाए सिंह अपने एसी कमरे में बैठे रहे और एक बार भी बाहर आकर फौजी से बात करना भी मुनासिब नहीं समझा।