बॉलीवुड के जाने-माने एक्टर जॉन अब्राहम ने केरल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता न होने की वजह बताई है। उनका कहना है कि केरल के लोगों पर ध्रुवीकरण का असर नहीं होता, इसलिए केरल में मोदी की लहर नहीं है।

दरअसल, गुरूवार को जॉन अब्राहम लेखक मुरली के मेनन की लिखी किताब ‘द गॉड व्हू लव्ड मोटरबाइक्स’ के लॉन्च पर पहुंचे थे। इस मौके पर उनसे एक पत्रकार नम्रता जकारिया ने उनसे पूछा कि आखिर केरल अभी तक मोदीमय क्यों नहीं हुआ है और ऐसा क्या है जो केरल के लोगों को बाकियों से अलग करता है?’

इस सवाल के जवाब में एक्टर ने कहा कि इस राज्य की एकता बेहद मज़बूत है, जिसकी वजह से यहां ध्रुवीकरण नहीं हो सका और ये मोदीमय नहीं हुआ। जॉन अब्राहम से केरल के बारे में ये सवाल इसलिए पूछा गया था क्योंकि केरल उनका होम स्टेट है और यहां बीजेपी का एक भी सांसद नहीं है।

जॉन ने पत्रकार के सवाल पर कहा, “केरल की सुंदरता ये है कि आप वहां 10 मीटर के दायरे में बिना किसी समस्या के मंदिर, मस्जिद और चर्च को एक साथ देख सकते हैं। वहां कोई समस्या नहीं है। जबकि पूरी दुनिया में ध्रुवीकरण हो रहा है, केरल एक ऐसी जगह का उदाहरण है जहां अलग-अलग धर्म और समुदाय एक-दूसरे के साथ शांतिपूर्वक रह सकते हैं”।

जॉन ने केरल को कम्युनिस्ट स्टेट बताते हुए कहा, “मुझे याद है जब फिदेल कास्त्रो (क्यूबा के कम्युनिस्ट नेता) का निधन हुआ था, उस वक्त मैं केरल में था और उनकी मृत्यु पर शोक प्रकट करने के लिए सभी जगह पोस्टर्स और होर्डिंग्स लगाने वाला केरल एकमात्र राज्य था। तो एक तरह से केरल सचमुच कम्युनिस्ट है”।

उन्होंने आगे कहा, “मेरे पिता ने पढ़ने के लिए मुझे मार्क्सवाद से जुड़ा काफी साहित्य दिया था। कई सारे मल्लु (मलयाली लोग) लोगों का एक कम्युनिस्ट पक्ष भी होता है. हम सभी एक समान जीवन और धन के समान वितरण में विश्वास रखते हैं और केरल इसका चमकता हुआ उदाहरण है”।

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