उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए खरीदी गई जमीन में भ्रष्टाचार की खबर सामने आई है।

इस मामले में राम जन्म भूमि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने कुछ वक्त पहले ही 2 करोड रुपए में बिकी जमीन को लगभग 18 करोड रुपए में खरीदा है।

जिसके बाद समाजवादी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है।

इस मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आज तक न्यूज़ चैनल से इस मुद्दे पर बातचीत की है।

उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पूरे देश की जनता ने यह मान लिया था कि अयोध्या में हम भगवान राम के मंदिर का निर्माण होना है। अगर वहीं से ऐसी खबरें आए कि वहां पर भ्रष्टाचार हुआ है।

तो कम से कम जिन पर आरोप लगे हैं। जो कि ट्रस्ट के मेंबर हैं, उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के लिए ये मंदिर बन रहा है।

इस पूरे काम को संभालने वाले ट्रस्ट के लोगों पर ही सवाल उठ रहे हैं। तो जब तक यह उनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे रहेंगे। तब तक के लिए ट्रस्ट के उन लोगों को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।

अखिलेश यादव ने कहा कि आखिरकार 2 करोड रुपए की कीमत वाली जमीन को इतने महंगे दामों में किस तरह खरीदा गया? यह सवाल सिर्फ विपक्षी दल ही नहीं उठा रहे। बल्कि राज्य की जनता के मन में भी यह सवाल उठ रहे हैं।

इसके अलावा साल 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बारे में बात करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा की कोई रणनीति नहीं चलेगी।

क्योंकि जनता ने भारतीय जनता पार्टी को सबक सिखाने की ठान ली है। क्योंकि योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश को सबसे बुरी स्थिति में लाकर रख दिया है।

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