उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में नेताओं के दल बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। कल निषाद पार्टी के कुछ नेताओं ने समाजवादी पार्टी का दामन थामा है।
जिसके बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन भी किया है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर खूब जुबानी हमले बोले।
इस दौरान अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी भाषा पर कंट्रोल करने की नसीहत दे डाली है।
उन्होंने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री को अपनी भाषा पर संतुलन रखना चाहिए। कल मैंने उनका इंटरव्यू सुना है। हमारा और आपका मुद्दों पर झगड़ा हो सकता है।
लेकिन अगर आप हमारे पिताजी के लिए कुछ कह रहे हैं। तो आप भी तैयार रहिए। आपके पिताजी के लिए भी मैं कुछ कह दूंगा। इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी भाषा पर नियंत्रण रखें।
अखिलेश यादव ने कहा है कि राज्य में बीते दिनों हुए पंचायत चुनावों और ब्लॉक प्रमुख चुनाव भाजपा ने किस तरह से जीते हैं। यह सब ने देखा है। आज उनका सम्मान किया जा रहा है। जिन्होंने महिला नेताओं के साथ बदसलूकी की थी।
जिलाध्यक्ष का चुनाव जीतने के लिए खुलेआम पैसे बांटे गए। अगर उनका स्वागत किया जा रहा है तो इससे बड़ा पाप लोकतंत्र में कुछ भी नहीं हो सकता।
अखिलेश यादव ने साल 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की बहुमत से जीत का दावा किया है।
उन्होंने कहा है कि साल 2017 में भाजपा द्वारा अफवाहें फैला कर जनता को गुमराह किया गया था।
इसी तरह से भाजपा ने वोट हासिल किए हैं। लेकिन इस बार जनता के सामने भाजपा की सच्चाई आ चुकी है।
लोगों के मन में भाजपा के खिलाफ भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। योगी आदित्यनाथ से लोगों का भरोसा उठ चुका है। इसलिए भाजपा अब सोशल मीडिया से डर रही है।