देश में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में बढ़-चढ़कर चुनाव प्रचार करने के चलते मद्रास हाई कोर्ट ने हाल ही में चुनाव आयोग को फटकार लगाई है।

अब खबर सामने आ रही है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इसी मामले में योगी सरकार की कड़ी निंदा की है।

दरअसल उत्तर प्रदेश में भी पंचायत चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। जिसमें कई सरकारी कर्मियों की कोरोना संक्रमण की चपेट में आने की वजह से मौत हो चुकी है।

इस मामले में अब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार और राज्य चुनाव आयोग की निंदा करते हुए कहा है कि पंचायत चुनाव के दौरान कोरोना नियमों का पालन करने में आप कैसे विफल रहे।

योगी सरकार और चुनाव आयोग को लताड़ लगाते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यह कहा है कि साल 2020 के अंत तक कोविड-19 की व्यवस्थाओं को लेकर लापरवाही हुई थी। यह अब एक खुला सच है। सभी बड़े शहरों में स्थिति बद से बदतर हो चुकी है।

जब राज्य में कोरोना महामारी पर सरकार का ध्यान होना चाहिए था। तब पंचायत चुनाव करवाई जा रहे थे।

हम साफ-साफ कह रहे हैं कि हम योगी सरकार की किसी भी पेपरबाजी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। क्योंकि अब यह बात सभी जानते हैं कि लापरवाही की गई है।

राज्य में चल रही ऑक्सीजन की कमी का मुद्दा उठाते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तल्ख टिप्पणी की है।

उन्होंने कहा है कि देश में आजादी के इतने साल हो जाने के बावजूद भी हम लोगों को ऑक्सीजन नहीं दे पा रहे हैं। यह बहुत ही शर्मनाक बात है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही राज्य में ऑक्सीजन और वैक्सीन की कमी ना होने के दावे करते रहे।

लेकिन राज्य में हर दिन ऑक्सीजन और रेमडेसिविर वैक्सीन ना होने की वजह से कोरोना मरीजों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। पंचायत चुनाव भी यूपी में कोरोना के मामले बढने का कारण बने हैं।

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