अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर में कई तरह के प्रतिबंध हैं। जिसके चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कश्मीर के लोगों को हो रही इस दिक्कत पर संयुक्त राष्ट्र से लेकर कई अमेरिकी सांसद अपनी चिंता व्यक्त कर चुके हैं। वहीं देश की कई जानी मानी हस्तियां भी ऐसे कठिन समय में कश्मीर के लोगों के साथ खड़ी नज़र आ रही हैं।
बॉलीवुड डायरेक्टर अनुभव सिन्हा (Anubhav Sinha) ने कश्मीर पर खामोश रहने वाले विपक्षी नेताओं और पत्रकारों को आड़े हाथों लेते हुए कश्मीरियों के साथ खड़े होने की बात कही है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “डियर कश्मीर, हम आपके बारे में सोच रहे हैं। भले ही विपक्ष और ज़्यादातर पत्रकार आपके बारे में नहीं सोचते। लेकिन ज़्यादातर भारत आपके साथ है। यह वक्त भी गुज़र जाएगा”।
Dear Kashmir,
We are thinking of you. The opposition isn’t. Most journalists aren’t. But most of India is. This too shall pass.— Anubhav Sinha (@anubhavsinha) October 10, 2019
ग़ौरतलब है कि कश्मीर को लेकर केंद्र की मोदी सरकार लगातार ये दावे करती रही है कि वहां सब कुछ ठीक है। लेकिन जब कश्मीर के हालात का जायज़ा लेने के लिए कोई देश या विदेश का नेता सरकार से अनुमति मांगता है तो रक्षा कारणों का हवाला देते हुए उसे रोक दिया जाता है। इससे पहले विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल कश्मीर का जायज़ा लेने श्रीनगर पहुंचा था, जहां उसे एयरपोर्ट से ही वापस भेज दिया गया था।
कश्मीर के हालात का जायज़ा लेने से रोके जाने पर भी अनुभव सिन्हा ने ज़ोरदार कटाक्ष किया था। अपने 18 सितंबर के ट्वीट में उन्होंने कहा था, “कभी कभी मुझे डाउट होता है कि शायद कश्मीर में इतनी हैप्पीनेस हो गई है कि छुपाना पड़ रहा है वरना पूरी कंट्री बोलेगी हमें भी वैसा ही कर दो”।
कभी कभी मुझे doubt होता है कि शायद कश्मीर में इतनी happiness हो गयी है कि छुपाना पड़ रहा है वरना पूरी country बोलेगी हमें भी वैसा ही कर दो।
— Anubhav Sinha (@anubhavsinha) September 18, 2019
बता दें कि 5 अगस्त को केंद्र की मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया था। राज्य से धारा 370 हटाए जाने से एक दिन पहले ही घाटी के सभी नेताओं को नजरबंद कर दिया गया था और घाटी में कर्फ्यू लगा दिया गया था। घाटी से सैलानियों को बुलाने के साथ कई पाबंदियां लगा दी गई थीं और संचार सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
हालांकि कुछ समय पहले ही सरकार ने कुछ राहत देते हुए घाटी के कई नेताओं को आज़ाद करते हुए कई इलाकों से कर्फ्यू हटा लिया। और अब सैलानियों के लिए भी रास्ते खोल दिए गए हैं। लेकिन अभी भी घाटी के कई इलाकों में पाबंदियां लगी हुई हैं। कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद होने से अस्पतालों में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसपर संयुक्त राष्ट्र से लेकर कई अमेरिकी सांसद चिंता व्यक्त कर चुके हैं।