प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आर्थिक सुधार करके भारत की इकॉनमी पांच ट्रिलियन डॉलर करने की बात कह रहे हैं। लेकिन पूर्व आरबीआई गवर्नर, पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार के बाद अब भारत की दिग्गज कंपनी बजाज ऑटो के चेयरमैन राहुल बजाज ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाया है।
जब देश की जीडीपी में बड़ा योगदान देने वाले लोग ही सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठा रहे हैं तो फिर पीएम मोदी की बात कहां तक सच साबित होगी! ये बड़ा सवाल है।
राहुल बजाज ने ऑटो इंडस्ट्री के बिगड़ते हालात पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि, “ऑटो सेक्टर बहुत मुश्किल दौर से गुजर रहा है। कार, कमर्शियल व्हीकल्स और टूव्हीलर्स सेग्मेंट की हालत ठीक नहीं है। कोई मांग नहीं है और कोई निजी निवेश भी नहीं है, तो ऐसे में विकास कहां से आएगा? क्या विकास स्वर्ग से गिरेगा?” ये बातें राहुल बजाज ने बजाज ऑटो की वार्षिक बैठक में शयरधारकों को संबोधित करते हुए कहीं।
भारत के इस दिग्गज उद्योगपति ने इशारों-इशारों में केंद्र सरकार पर गुमराह करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, “सरकार कहे या न कहे लेकिन आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक के आकड़ें बताते हैं कि पिछले तीन-चार सालों में विकास में कमी आई है । दूसरी सरकारों की तरह वे अपना हंसता हुआ चेहरा दिखाना चाहते हैं लेकिन सच्चाई यही है।”
बता दें कि ऑटो सेक्टर पिछले आठ महीने से बुरे दौर से गुजर रहा है है। आकड़ों के मुताबिक कारों की घरेलु बिक्री में 24.97 की गिरावट आई है। इसके लिए ऑटो इंडस्ट्री ने सरकार से इस गिरावट और नौकरियों को सुरक्षित करने के लिए मांग की है।