देश में फैली कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान लाखों की तादाद में लोग दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। कई बार ऐसी खबरें भी सामने आ चुकी हैं कि सरकार द्वारा कोरोना से मरने वाले मरीजों के आंकड़े को छुपाया जा रहा है।
दरअसल कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान सरकार की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था की वजह से ज्यादातर लोगों ने अपनी जान गंवाई है। जिसके कारण भाजपा विपक्षी दलों के निशाने पर बनी रही है।
इसी बीच भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य और पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने बड़ा दावा किया है।
भाजपा नेता इकबाल सिंह ने दावा किया है कि कोरोना संक्रमण की पहली लहर से सरकार ने बिल्कुल भी सबक नहीं लिया।
इसी वजह से जब उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आई। तो हर गांव में कम से कम 10 लोगों की मौत इस जानलेवा संक्रमण से हुई है।
बताया जाता है कि शनिवार को बलिया जिले के नगरा में मीडिया से बातचीत करते हुए भाजपा नेता ने योगी सरकार की पोल खोली है।
उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश में ऐसा कोई गांव नहीं है। जहां कोरोना संक्रमण से 10 लोगों ने जान गंवाई हो।
उन्होंने बताया है कि कोरोना संक्रमण से जान गवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए उन्होंने सरकार से आर्थिक सहायता देने की मांग की थी।
भाजपा नेता ने सरकार पर आरोप लगाया है कि बलिया जिले में स्वास्थ्य विभाग की पूरी व्यवस्था तहस-नहस हो गई है। 34 लाख आबादी वाले इस जिले के अस्पतालों में ना तो डॉक्टर हैं और ना ही वैक्सीन।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बलिया के अस्पतालों की सच्चाई के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रूबरू ही नहीं करवाया।