भारत में फैले कोरोना महासंकट में भी भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अगले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

इससे पहले खबर सामने आई है कि कानपुर में हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह पुलिस की हिरासत से निकलकर फरार हो चुका है।

खबर के मुताबिक, मनोज सिंह नौबस्ता इलाके के उस्मानपुर में भाजपा नेता और जिला मंत्री नारायण सिंह भदौरिया के जन्म दिवस के मौके पर आयोजित की गई पार्टी में शामिल होने के लिए पहुंचा था।

इसके बारे में जब पुलिस को भनक लगी तो उसे हिरासत में ले लिया गया और पुलिस उसे अपने साथ ले जाने लगी।

जैसे ही इस बारे में भाजपा नेता नारायण सिंह को जानकारी लगी तो वे अपने समर्थकों के साथ आए और पुलिस की पूरी टीम को घेर लिया।

इसके बाद भाजपा नेता और उनके समर्थकों ने मनोज सिंह को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने का जमकर विरोध किया।

पुलिस से भाजपा नेता के समर्थकों ने मनोज सिंह को छोड़ने की बात कही। लेकिन पुलिस ने ऐसा करने से इंकार कर दिया।

बताया जाता है कि इसके बाद मनोज सिंह को लेकर पुलिस और भाजपा नेता के समर्थकों में जमकर भिड़ंत भी हुई।

लेकिन जैसे तैसे भाजपा नेता के बदमाशों ने मनोज सिंह को जीप में बिठा कर वहां से उसे भगा लिया। पुलिस वहां मूकदर्शक बने तमाशा देखती रही।

इसकी एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है। जिसे एबीपी के पत्रकार पंकज झा ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है।

आपको बता दें कि मनोज सिंह पर फिलहाल 27 मुकदमे चल रहे हैं। इसके साथ ही उस पर 25 हजार का इनाम भी रखा है। वीडियो के वायरल होते ही मनोज सिंह को छुड़ाने वाले बदमाशों की पहचान कर उनकी तलाशी शुरू हो चुकी है।

इसके साथ ही आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत उन पर केस भी दर्ज किया जा चुका है। बताया जाता है कि भाजपा नेता नारायण भदौरिया को भी पार्टी द्वारा उनके पद से हटा दिया गया है।

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