बोलता उत्तर प्रदेश : (लखनऊ) उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में बेरोजगार युवा अपने रोजगार की मांग को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय (CM Office) के पास शांतिपूर्ण कैंडल मार्च (Candle March) निकाले थे जिनपर यूपी पुलिस ने बर्बरतापूर्ण लाठियां भांजीं. पुलिस की इस कार्सेयवाई से बहुत से युवाओं को चोटें आयी हैं.
यूपी में पिछले साल बेसिक शिक्षा विभाग ने 69000 शिक्षकों की भर्ती की थी, आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का आरोप है कि भर्ती में आरक्षण का घोटाला (Reservation Corruption) हुआ है. ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत के बजाय 4 प्रतिशत से भी कम सीटें दी गयी हैं. साथ ही अनुसूचित जाति वर्ग के आरक्षण में भी धांधली की गयी है.
यूपी के बेरोजगार युवा पिछले पांच महीनों से लखनऊ में 69000 शिक्षक भर्ती आरक्षण घोटाले की जांच और पूरे प्रदेश में शिक्षकों के खाली पड़े पदों पर वैकेंसी निकाल कर भरे जाने की मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं.
इसी बीच शनिवार शाम को बेरोजगार युवाओं (Unemployed Youth) ने शांतिपूर्ण कैंडल मार्च निकाला जो मुख्यमंत्री आवास के करीब था. कैंडल मार्च के दौरान पुलिसकर्मियों ने बेरोजगार युवाओं पर लाठियां बरसाना शुरू कर दीं. जिसमें बहुत सारे युवाओं को चोटें आयी हैं.
वहीं पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने लिखा कि ये बच्चे माँ भारती के लाल हैं. जिनपर बर्बर लाठीचार्ज हुआ. अपने दिल पर हाथ रखकर सोचिये क्या ये आपके बच्चे होते तो इनके साथ यही व्यवहार होता?
इस घटना की वीडियो साझा करते हुए ट्विटर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिखा कि रोजगार मांगने वालों को यूपी सरकार ने लाठियां दीं. जब भाजपा वोट मांगने आये तो याद रखना.
आम आदमी पार्टी से सांसद संजय सिंह ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्विटर पर लिखा कि आदित्यनाथ जी जितना मन चाहे इन बेरोजगार नौजवानों को पिटवा लीजिये लेकिन दो बात याद रखियेगा. इन्हीं नौजवानों ने आपको सत्ता के शिखर तक पहुँचाया, बेरोजगारों पर हो रहे जुर्म आपकी सत्ता के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी.
गौरतलब होकि यूपी के बेसिक शिक्षा विभाग ने पिछले साल 69000 पदों पर शिक्षकों की भर्ती की थी जिसमें आरक्षित वर्ग के नियुक्ति पदों पर अभ्यर्थियों ने धांधली का आरोप लगाया है. साथ ही शिक्षा विभाग के खाली पड़े पदों की वैकेंसी निकाल कर भरने की मांग को लेकर बेरोजगार युवा धरना दे रहे हैं.
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