यूपी में हाल में ही जिला पंचायत अध्यक्षों के चुनाव संपन्न हुए. पूरा चुनाव विवादों के घेरे में रहा। कहीं विपक्षी उम्मीदवारों को नामांकन ही नहीं करने दिया गया तो जहां जैसे तैसे नामांकन हो गया, वहां पर बाद में तकनीकी कारण बताकर नामांकन ही खारिज कर दिया गया।

विपक्षी दल विशेष रुप से समाजवादी पार्टी ने इसे प्रशासनिक धांधली और सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग बता कर इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को जिम्मेवार ठहराया।

जिला पंचायत अध्यक्ष चुनावों के संपन्न हो जाने के बाद अब बारी है ब्लाॅक प्रमुखों के चुनाव की।

ब्लाॅक प्रमुख चुनावों में भी जिला पंचातय अध्यक्ष चुनावों जैसी ही धांधली की खबरें आने लगी हैं। ऐसी ही एक खबर को लेकर आम आदमी पार्टी के सांसद और यूपी प्रभारी संजय सिंह ने ट्वीट किया है।

संजय सिंह ने ब्लाॅक प्रमुख पद के एक प्रत्याशी राजकुमार यादव की एक वीडियो जारी की है जिसमें वो कह रहे हैं कि या तो मुझे जेल में डाल दो या फिर मेरा इनकाउंटर ही कर दो।

राजकुमार यादव पुलिस से कह रहे हैं कि चप्पे चप्पे पर पुलिस लगा दी गई है। हमारे लोगों को रोका जा रहा है। हम नेपाल के तस्कर हैं क्या? हम डाकू हैं क्या?

अपने कप्तान साहब से कह दिजिए कि या तो इनकाउंटर करा दें मेरा या तो फिर हमें जेल भेज दें। हम चुनाव न लड़ें, ये लोकतंत्र है ? आप लोग लोकतंत्र का हनन कर रहे हैं।

राजकुमार यादव ने आगे पुलिस से कहा कि हम अपने यहां लोगों की मीटिंग बुलाए थे। हमने लोगों को बुलाया था, किस वजह से उन लोगों को रोक दिया गया, क्यों लौटा दिया गया?

डकैती ही कर लिजिए सीधे। डकैती कर के जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कब्जा कर लिया और अब ब्लाॅक प्रमुख को भी डकैती के दम पर ही ले लिजिए। बीडीसी लोगों को रोका जा रहा है, घंटो बैठा लिया जा रहा है !

संजय सिंह ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग को भी लपेटे में लिया है और कहा है कि जागो चुनाव आयोग जागो, प्रमुख पद के प्रत्याशी अपने इनकाउंटर की मांग कर रहे हैं।

सीएम योगी पर निशाना साधते हुए संजय सिंह ने कहा कि ये है आदित्यनाथ जी के राज में चुनाव का सच। इसी गुंडागर्दी के जरिए जीत हासिल की जा रही है।

ब्लाॅक प्रमुख पद के प्रत्याशी को किसी से भी मिलने की इजाजत नहीं दी जा रही है. चप्पे चप्पे पर पुलिस को तैनात कर दिया गया है।

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