भारतीय पत्रकार रवीश कुमार को 2019 रैमॉन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह पुरस्कार उनकी निडर और जनसरोकार के लिए किए जाने वाली पत्रकारिता के लिए दिया गया है।
एशिया का नोबेल पुरस्कार कहे जाने वाला प्रतिष्ठित मैगसेसे पुरस्कार 12 साल बाद किसी भारतीय पत्रकार को मिला है। इससे पहले 2007 में पी साईनाथ को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। शुक्रवार को रमन मैग्सेसे कमेटी ने एक ट्वीट में बताया कि रवीश कुमार को यह अवार्ड पत्रकारिता में वंचितों की आवाज़ उठाने के लिए दिया जा रहा है।
रवीश कुमार को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिए जाने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बधाई दी है। साथ ही उन्होंने मैगसेसे पुरस्कार विजेताओं की फ़ेहरिस्त में रवीश कुमार का स्वागत भी किया।
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उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ”रवीश कुमार की 2019 के रेमॉन मैग्सेसे पुरस्कार की घोषणा की बड़ी खबर सुनकर ख़ुशी हुई। मैं रवीश का मैग्सेसे पुरस्कार विजेताओं के क्लब में स्वागत करता हूं और आशा करता हूं कि इन कठिन समयों में उनकी बहादुर पत्रकारिता को मजबूती मिलेगी. बहुत बहुत बधाई मेरे मित्र। बहुत अच्छा।”
Delighted to hear the great news of Ravish Kumar being announced 2019 Ramon Magsaysay award.
I welcome Ravish to the club of Magsaysay awardees and hope to see his brave journalism go from strength to strength in these difficult times.
Many congratulations my friend
Well done— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 2, 2019
बता दें कि रवीश कुमार का नाम उन पांच व्यक्तियों में शुमार है जिन्हें इस पुरस्कार का विजेता घोषित किया गया है। प्रशस्ति पत्र में कहा गया कि रवीश कुमार का कार्यक्रम “प्राइम टाइम” “आम लोगों की वास्तविक, अनकही समस्याओं को उठाता है।” साथ ही इसमें कहा गया, “अगर आप लोगों की आवाज बन गए हैं, तो आप पत्रकार हैं।”
ग़ौरतलब है कि रैमॉन मैगसेसे पुरस्कार एशिया के व्यक्तियों एवं संस्थाओं को उनके क्षेत्र में विशेष रूप से उल्लेखनीय कार्य के लिए प्रदान किया जाता है। यह रमन मैग्सेसे पुरस्कार फाउंडेशन द्वारा फिलीपीन्स के भूतपूर्व राष्ट्रपति रमन मैग्सेसे की याद में दिया जाता है। यह पुरस्कार 6 श्रेणियों में दिया जाता है। ये श्रेणिया हैं- शासकीय सेवा, सार्वजनिक सेवा, सामुदायिक नेतृत्व, पत्रकारिता एवं साहित्य, शांति और उभरता नेतृत्व।