‘अगर दिल्ली में एनआरसी लागू हुई तो सबसे पहले मनोज तिवारी को दिल्ली छोड़नी पड़ेगी।’ ऐसा कहना है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का जिन्होंने दिल्ली में एनआरसी (NRC) लागू करने को लेकर ये बात कही है। केजरीवाल ने ये बयान तब दिया है जब दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली में एनआरसी लागू करने बात कही थी।
दरअसल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने राजधानी में रह रहे किराएदारों को बिजली बिल (Electricity charges) की दरों में राहत देने के लिए नई योजना का ऐलान कर रहें थे। जिसके तहत किराएदार मकान मालिक की एनओसी का इंतजार किए बगैर बिजली का अलग मीटर लगा सकेंगे और दिल्ली (Delhi) में लागू सस्ती बिजली दरों का लाभ ले सकेंगे।
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केजरीवाल ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री किराएदार बिजली मीटर योजना बनाई है। प्रीपेड मीटर किराएदारों के यहां लगाए जाएंगे। जो चार्जेज नॉर्मल लोगों के लगते हैं उन्हें भी वही देने होंगे। रेंट एग्रीमेंट की कॉपी और उस पते का आईडी प्रूफ देना होगा।
वहीं इससे पहले बीजेपी सांसद मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) ने कहा था कि दिल्ली में भी एनआरसी की जरूरत है क्योंकि यहा स्थिति खतरनाक होती जा रही है, घुसपैठिए जो यहां बस गए हैं वे सबसे खतरनाक हैं।
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हम इसे यहां (दिल्ली) भी लागू करेंगे। मगर केजरीवाल ने हंसते हुए जब ये बात कही तो पत्रकार भी उनका जवाब सुनकर हंसने लगे इस बयान की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
#WATCH Delhi CM on being asked 'Manoj Tiwari said infiltrators are responsible for attack on a journalist so NRC should be implemented in Delhi': If NRC (National Register of Citizens) is implemented in Delhi then Manoj Tiwari will be the first one who will have to leave Delhi. pic.twitter.com/BCQBR268cU
— ANI (@ANI) September 25, 2019
बता दें कि असम सरकार ने जो NRC की फाइनल लिस्ट जारी की है उसमें 19 लाख लोगों का नाम नहीं है। मतलब उन्हें एक तरीके से विदेशी या भारत का नागरिक नहीं माना गया है। एनआरसी की फाइनल लिस्ट में 3,11,21,004 लोग जगह बनाने में सफल हुए हैं।
एनआरसी लिस्ट को बनाने की प्रक्रिया 4 साल पहले शुरू हुई थी और सरकार ने तय समय के भीतर यह सूची जारी कर दी है। सुप्रीम कोर्ट ने 31 अगस्त तक एनआरसी की अंतिम सूची जारी करने को कहा था।