प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे हुए थे। जहां मकसद था अमेरिका में रहने वाले भारतीयों से मिलना। इस कार्यक्रम में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत कई नेता पहुंचे हुए थे। कार्यक्रम मोदी के नाम से भले ही था मगर देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु ने यहां पर मौजूदगी दर्ज करा दी।

दरअसल कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के बोलने से पहले अमरीकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव में बहुमत के नेता (लीडर ऑफ़ मेजोरिटी) और डेमोक्रेट सांसद स्टेनी एच होयर जब मोदी के स्वागत में भाषण दे रहे थे।

तब उन्होंने गांधी और नेहरू की धर्मनिरपेक्ष सोच की बात कही। जब वो ये बयान दें रहें थे तब पीएम मोदी उनके ही बगल में खड़े थे।

हाउडी मोदी शो में नेहरु की हुई तारीफ़, अलका बोलीं- देश की पहचान नेहरु-गांधी से है गोडसे-सावकर से नहीं

अमेरिकी सांसद ने अपने भाषण में कहा कि अमेरिका की तरह भारत भी अपनी परंपराओं पर गर्व करता है। जिससे वह अपने भविष्य को गांधी की शिक्षा और नेहरू की उस सोच जिसमें भारत को धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र बनाने की बात है, उसका बचाव कर सके, जहां प्रत्येक व्यक्ति और उसके मानवाधिकारों का सम्मान किया जाएगा।

अब इस बयान पर भारत में कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी। कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा- दुनिया नेता और इवेम्ट मैनेजर मे अन्तर जानती है। सब जानते है, सदी का नेता तो नेहरू गॉधी थे,है और रहेंगे इवेन्ट मैनेजर तो आते जाते रहेंगे दिन भर नेहरू-गॉधी को कोसने वालो कुछ समझ मे आया।

अगर विपक्षी नेताओं की बात को छोड़ भी दें तो। पीएम मोदी के कार्यक्रम में हुई ये सबसे किरकरी थी। जहां पीएम मोदी लगभग 50 हज़ार से अधिक अमरीकी भारतीय नरेंद्र मोदी का स्वागत करने के लिए खड़े हो और उनका भाषण सुनने के बेताब कई भारतीय किसी क्रिकेट मैच की तरह टीवी और मोबाइल पर चिपके हो।

अब अगर ऐसे में जवाहर लाल नेहरु का ज़िक्र कर दिया जाये। जिन्हें सत्ताधारी दल बीजेपी समेत पीएम मोदी हर गलती का दोष देते हो। इन्ही हालत में अगर अमेरिकी सांसद का नेहरु और महात्मा गांधी का ज़िक्र करना बीजेपी खेमें के लिए थोड़ा सा अटपटा है।

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