सीबीआई निदेशक राकेश अस्थाना पर दो करोड़ की रिश्वत लेने के आरोप लगे है। उनपर भ्रष्टाचार करने के सीधे सीधे मामले से सबसे ज्यादा नुकसान मोदी सरकार को होगा।
क्योंकि पीएम मोदी ‘न खाऊंगा न खाने दूंगा’ का नारा पहले ही दे चुके है। अब इस मामले पर कांग्रेस ने सीबीआई और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है।
कांग्रेस की तरफ से प्रेस कांफ्रेंस करते हुए सांसद सचिन पायलट ने कहा कि सीबीआई में आरोप-प्रत्यारोप पर भारत सरकार मौन है, सीबीआई की विश्वसनीयता समाप्त होती जा रही है, जो शीतयुद्ध आज प्रकट होकर सामने आ रहा है उससे स्पष्ट होता है कि आरोप-प्रत्यारोप सिर्फ सीबीआई अफसरों तक ही सीमित नहीं है
उन्होंने कहा कि सीबीआई का खुद का दामन साफ नहीं है तो किस मुंह से भारत सरकार और सीबीआई अब भ्रष्टाचार वाले मामलों की जांच कर सकती है?
CBI अधिकारियों पर दो करोड़ रुपए रिश्वत लेने का आरोप, निदेशक राकेश अस्थाना पर FIR दर्ज
कांग्रेस नेता ने कहा कि इसकी पृष्ठभूमि को देखा जाए तो समझ में आयेगा कि सरकार के माध्यम से हस्तक्षेप हो रहा है और भारी भ्रष्टाचार करने वालों को बचाने की साजिश सीबीआई के अंदर रची गयी थी।
LIVE: Press briefing by @SachinPilot, @SATAVRAJEEV and @sushmitadevmp. https://t.co/wWEANMsjby
— Congress Live (@INCIndiaLive) October 22, 2018
बता दें कि सीबीआई निदेशक राकेश अस्थाना पर रिश्वत लेने के आरोप में FIR दर्ज कराई गई है। अस्थाना पर आरोप है कि मांस कारोबारी मोईन कुरैशी से जुड़े एक मामले में जिस आरोपी के खिलाफ वह जांच कर रहे थे उससे उन्होंने रिश्वत ली है।
वहीँ इस मामले पर सीबीआई ने अपना मत रखते हुए कहा कि ये आरोप मिथ्या और दुर्भावनापूर्ण’ है उन्होंने कहा कि ये पूरा मामला कॉल रिकॉर्ड और वाट्सएप मैसेज पर आधारित है।