उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से राज्य में सियासत तेज हो चुकी है। भाजपा और समाजवादी पार्टी ने एक दूसरे पर जुबानी हमले बोलना शुरू कर दी है।
वहीँ इस बार उत्तर प्रदेश में भाजपा के खिलाफ लोगों में भारी आक्रोश है। जोकि खुलकर सामने आने लगा है। इसी बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
समाजवादी पार्टी ने बेरोजगारी, तेल की बढ़ती कीमतों, किसान कानून और अन्य कई मुद्दों पर भाजपा को घेरते हुए साइकिल यात्रा निकालने की घोषणा की है। जिसकी अगुवाई खुद अखिलेश यादव कर रहे हैं।
ये साइकिल यात्रा उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के तहसील स्तर तक निकाली जा रही है। इस संदर्भ में आज अखिलेश यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया है।
जिसमें उन्होंने कहा है कि हम उत्तर प्रदेश को एक नई दिशा देना चाहते हैं। योगी सरकार हर काम में नाकाम रही है।
कोरोना महामारी में सरकार के कारण हजारों लोगों ने अपने जाने गवाई हैं। यह सरकार लोगों को ऑक्सीजन और बेड तक उपलब्ध नहीं करवा पाई।
जिसके चलते लोगों में काफी गुस्सा है। आने वाले समय में हो सकता है कि जनता समाजवादी पार्टी को 400 सीटें भी जितवा दे।
अभी तक तो हम 350 सीटों पर लड़ने का लक्ष्य बना रहे थे। लेकिन जिस तरह की नाराजगी जनता में देखने को मिल रही है। उससे लगता है कि भारतीय जनता पार्टी के पास प्रत्याशी ही कम पड़ जाएंगे। खुद प्रत्याशी ही पार्टी से टिकट नहीं मांगेंगे।
अखिलेश यादव ने इस दौरान कहा है कि भाजपा ने अभी तक अपना मेनिफेस्टो नहीं खोला है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे भाजपा को और मुसलमानों और दलितों की याद सताने लगी है।
जबकि अपने पूरे शासनकाल में इन्होंने दलित और मुसलमानों को जेल भेजने के सिवाय कोई काम नहीं किया है।