जहां पूरा देश इन दिनों कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना कर रहा है और हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं, वैसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हो चुकी है।
ऑक्सीजन के अभाव में मरीज असमय मौत के मुंह में जा रहे हैं और कोई देखने सुनने वाला नहीं है।
यूपी के वाराणसी जिले में भी कोरोना संक्रमण ने विस्फोटक स्थिति पैदा कर दी है। यहां दिन प्रतिदिन हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं। शनिवार के दिन वाराणसी जिले में कोरोना के 2002 नए मरीज सामने आए हैं, जिनमें से 6 मरीजों ने आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में दम तोड़ दिया है।
वाराणसी के अस्पतालों में ऑक्सीजन ही उपलब्ध नहीं है।
वाराणसी के पीएमसी अस्पताल के डॉक्टर संजय कुमार चौरसिया ने ऑक्सीजन के अभाव को लेकर अपना दर्द सोशल मीडिया पर जारी किया है।
डॉक्टर चौरसिया ने वाराणसी के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी होने पर चिंता जाहिर की है और पीएम नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है।
डॉक्टर संजय चौरसिया ने फेसबुक पर वाराणसी के लोगों की तकलीफों से पीएम मोदी को अवगत कराते हुए लिखा है प्रधानमंत्री जी, ऑक्सीजन के अभाव में बनारस के लोगों को मरते हुए नहीं देखा जा रहा है, आपसे हाथ जोड़कर अनुरोध है कि कुछ कीजिए।
मालूम हो कि कोरोना संक्रमण से उत्तर प्रदेश बुरी तरह जूझ रहा है। राजधानी लखनऊ से लेकर बनारस तक की हालत बेहद खराब है।
बात करें वाराणसी जिले की तो यहां प्रतिदिन कोरोना के लगभग 1500 मरीज आ रहे हैं। अस्पतालों में बेड नहीं है जिसकी वजह से मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है और उन्हें घरों में ही क्वारेंटीन किया जा रहा है।
वाराणसी में वर्तमान समय में कोरोना के 13114 एक्टिव मरीज हैं और 422 मरीज दम तोड़ चुके हैं।
ये देश का दुर्भाग्य नहीं तो और क्या है कि खुद प्रधानमंत्री के क्षेत्र, जहां से वो लगातार दूसरी बार जीत कर संसद पहुंचे हैं, वहां पर आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं मयस्सर नहीं है।
ऐसे में पूरे देश की स्थिति क्या होगी, इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। वैसे प्रधानमंत्री की दिनचर्या को देखकर लगता है कि उनकी प्राथमिकता फिलहाल पश्चिम बंगाल का चुनाव है।