चंद्रशेखर चौधरी

आप को उत्तर प्रदेश सरकार की ठोंको नीति के तहत फर्जी एनकाउंटर में मार डाले गए विवेक तिवारी, सुमित गुर्जर, मुकेश राजभर और मुस्तकीम याद होंगे। नोएडा का जिम ट्रेनर जितेंद्र यादव डिम्मर भी याद होगा, जो एक दरोगा की सनक की वजह से गर्दन में गोली लगने के बाद बिस्तर पर पड़ा है। जिसके इलाज के लिए घरवाले गले तक कर्ज में धंसे हैं।

इसी कड़ी में एक और नाम जोड़ लीजिये। फोटो में दिख रही लाश पुष्पेंद्र यादव की है। मात्र 23 वर्ष का ये नौजवान झांसी जिले के करगँवा ग्राम का रहने वाला था। धनधान्य से भरपूर परिवार वाले इस युवक का भाई सीआईएसएफ में है। पुष्पेंद्र के पास ट्रक है जो बालू ढोने के काम मे लगा हुआ था। कल इसे झांसी जिले के मोंठ थाने के थानेदार धर्मेंद्र सिंह चौहान ने वसूली के दौरान हुई बहस के दौरान गोली मार दी।

स्थानीय सूत्रों के अनुसार जिले के थानों में हर ट्रक मालिक का हफ्ता बंधा हुआ है। पुष्पेंद्र के ट्रक का पिछले महीने दो बार चलान हुआ था इस कारण उसने दरोगा धर्मेंद्र चौहान को हफ्ता देने से मना कर दिया। इतनी बात पर दरोगा ने पुष्पेंद्र को गालियां देनी शुरू कर दीं। प्रतिक्रिया में पुष्पेंद्र भी दरोगा से भिड़ गया।

इसके बाद दरोगा द्वारा पुष्पेंद्र की गोली मार कर ह त्या कर दी गयी। पुष्पेंद्र का कोई क्रिमिनल रिकार्ड नहीं है। अभी 3 महीने पहले ही उसका विवाह हुआ था। एक जवान लड़की के भविष्य पर राख डाल देने वाली पुलिस, फेक एनकाउंटर के नाम पर वाहवाही लूटने वाली यूपी पुलिस के लिए ये बड़ा सहज काम हो चुका है।

ये जो आप मीडिया से रोज यूपी पुलिस द्वारा अपराधियों से मुठभेड़ के किस्से सुनते हैं उसमें से 90% इसी तरह की घटनाएं होती हैं। कारण सिर्फ सरकार से शाबाशी, मैडल पाना और फर्जी गुडवर्क दिखाना ही होता है।

असली अपराधी आज भी खुले घूम रहे हैं या विधायक निवासों की मेहमाननवाजी का लुत्फ ले रहे हैं। सत्ताधारियों से उनके बगलगीर होने की फोटो तो आपको अक्सर दिख ही जाती होंगी।

ये यूपी सरकार का कानून व्यवस्था वाला मॉडल है जिसमे मुख्यमंत्री खुद स्वयं सहित 20 हजार आरोपियों के मुकदमे वापसी की फाइल में दस्तखत करते हैं और उनकी निरंकुश पुलिस जाति, धर्म और निजी दुश्मनी के आधार पर एनकाउंटर का खेल कर रही है।

रही बात अपराध नियंत्रण की तो अखबार खोल लीजिये, रंगे पड़े हैं। नेशनल क्राइम ब्यूरो के आंकड़े भी गवाह हैं।

स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर अपार रोष है। समाजवादी पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओ के साथ हजारों लोग हत्यारे दरोगा के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग कर रहे हैं। आप भी चुप न बैठिये। प्रतिकार कीजिए वरना एक दिन आपका भी कोई सगा इसी ठोंको नीति का शिकार हो जाएगा और लोग चुप रहेंगे।

#न्यायचाहिए

(ये लेख चंद्रशेखर चौधरी के फेसबुक वॉल से साभार लिया गया है )

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