उत्तर प्रदेश में चंद महीनों में विधानसभा चुनाव होना तय है। इन्हीं चुनावों के इर्द गिर्द सियासत हर दिन नए मोड़ ले रही है। नेताओं की पार्टियों से आवा जाही लगी हुई है। इसी कड़ी में कभी बहुजन समाज पार्टी से विधायक रहे जितेंद्र सिंह बब्लू आज भाजपा में शामिल हो गए हैं।

जितेंद्र सिंह बब्लू के भाजपा में शामिल होने के साथ ही कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। साथ ही जितेंद्र सिंह पर मौजूदा सांसद रीता बहुगुणा जोशी के घर को जलाने के आरोप पर भी चर्चा तेज हो गयी है।

अयोध्या के रहने वाले जितेंद्र कुमार सिंह के खिलाफ साल 2009 में लखनऊ के हुसैनगंज थाने में रीता बहुगुणा जोशी के घर जलाने के मामले में एफ.आई.आर दर्ज की गयी थी। रीता बहुगुणा तब कांग्रेस की सदस्य हुआ करती थीं।

जांच के दौरान जब जितेंद्र सिंह दोषी पाए गए तब उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। बाद में जमानत पर जितेंद्र सिंह बब्लू रिहा हुए थे। मंगलवार को उत्तर प्रदेश भाजपा ने 6 लोगों की लिस्ट जारी करते हुए पार्टी में आए नए सदस्यों की घोषणा की।

आज़मगढ़ के लालगंज से पंकज मोहन सोनकर, लखनऊ से श्याम शंकर तिवारी, गाज़ियाबाद से मनोज शर्मा और रायबरेली से प्रवेश सिंह और आगरा की बीना लवानियां ने बसपा को छोड़कर भाजपा के साथ चुनावों में उतरने का निर्णय लिया है। कहा जा रहा है कि योगी सरकार बाहुबलियों और अपराधियों पर लगातार शिकंजा कस रही है।

जितेंद्र सिंह को भी कहीं ना कहीं डर था कि उनके खिलाफ भी जल्द कार्रवाई हो सकती है। कई दिनों से वह बीजेपी जॉइन करने के लिए मुख्यालय से लेकर बीजेपी के कई बड़े नेताओं से मिल भी रहे थे। आखिरकार उन्हें बीजेपी ने पार्टी में जगह दे दी।

वहीं जितेंद्र सिंह के भाजपा में जुड़ने का एक कारण उनका अयोध्या से होना भी माना जा रहा है। अय़ोध्या की स्थानीय राजनीति में जितेंद्र सिंह की भूमिका महत्वपूर्ण रही है।

अगले विधानसभा चुनावों में अयोध्या और राम मंदिर का मुद्दा भुनाने में भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ेगी। इसलिए भी जितेंद्र सिंह को अपने दल में शामिल कर उनकी स्थानीय लोकप्रियता का फायदा उठाने की कोशिश की जा सकती है।

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