यूपी में कोरोना के कहर ने त्राहिमाम मचा कर रख दिया है।सीएम योगी आदित्यनाथ का दावा है कि यूपी में सब ऑल इज वेल है।
सीएम योगी ने खुद कहा है कि यूपी के अस्पतालों में न बेड की कमी है और न ऑक्सीजन की। यहां के अस्पतालों में वेटिलेटर भी पर्याप्त मात्रा में है और एंबुलेंस भी।
एकदम मस्त तरीके से यहां कोरोना का इलाज जारी है लेकिन एक तस्वीर आई है यूपी से आई है जो मानवीय संवेदनाओं को तार तार करके रख देती है और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के दावों की पोल भी खोल देती है।
रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने ट्वीटर पर एक तस्वीर जारी कि जिसमें दो बेटे बदहवास अवस्था में अपनी बीमार मां को रिक्शे में लेकर जा रहे हैं।
सूर्य प्रताप सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ के दावों पर तंज कसते हुए कहा है कि “यूपी में सब चंगा है. ऑक्सीजन भी है और एंबुलेंस भी उपलब्ध है. एंबुलेंस न मिलने की वजह से रिक्शे में दो बेटे अपनी मां की लाश को किसी तरह से लटकाए हुए हैं”
यूपी में सब चंगा है l ऑक्सीजन भी है, एम्बुलेंस भी उपलब्ध है l
एम्बुलेंस न मिलने से रिक्शे में दो बेटे अपनी माँ की लाश को किसी तरह लटकाये हुए l
हज़रतगंज लखनऊ, सिविल अस्पताल के पास का वीडियो l
किसकी संपत्ति जब्त करेंगे, योगी जी? pic.twitter.com/nYF54VnRdA
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) April 26, 2021
रिटायड आईएएस ने बताया है कि ये तस्वीर यूपी की राजधानी लखनउ के सिविल अस्पताल के पास की है। सूर्य प्रताप सिंह ने पूछा है कि अब किसकी संपत्ति जब्त करेंगे योगी जी !
मालूम हो कि अभी कल ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दावा किया था कि यूपी के किसी भी कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन और एंबुलेंस की कोई कमी नहीं है।
किस आधार पर योगी ने ये दावा कर दिया, इसे सुन कर पूरा यूपी चौंक गया है जबकि यूपी के अस्पतालों की हालत बद से बदतर हो चुका है। सब कुछ भगवान भरोसे चल रहा है।
योगी सरकार ने दावा किया था कि 30 जिलों के 285 अस्पतालों को 90 ऑक्सीजन इकाईयों से जोड़ दिया गया है।
इस पर रिटायर्ड आईएएस ने कहा कि मैं यूपी सरकार को चुनौती देता हूं कि वो ऐसे अस्पतालों की सूची जारी करें जिन्हें ऑक्सीजन इकाईयों से जोड़ दिया गया है।
सूर्यप्रताप सिंह ने कहा कि इस चुनौती से निपटने के लिए योगी सरकार काम करने की बजाय झूठी शान के लिए झूठा प्रचार, झूठी खबरें, झूठी मिटिंग, झूठे वायदे, झूठे आश्वासनों पर भरोसा कर रही है और इससे लोगों की मदद तो नहीं हो रही लेकिन मुसीबतें लगातार बढ़ती जा रही हैं।