सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

देश में फैली कोरोना महामारी के बीच भाजपा शासित उत्तर प्रदेश से एक बड़ा घोटाला होने की खबर सामने आई है।

खबर के मुताबिक, यूपी में बालिकाओं के लिए चलाए जाने वाले कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में प्रदेश के 18 जिलों में नौ करोड़ रुपए खर्च होने का दावा किया जा रहा है। जबकि इस दौरान विद्यालय बंद रहे हैं।

इस पूरे घोटाले का खुलासा प्रेरणा पोर्टल के जरिए सामने आया है। दरअसल कोरोना महामारी के चलते उत्तर प्रदेश में चलने वाले ये आवासीय विद्यालय पूरी तरह से बंद है।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि मायावती के शासनकाल से ही उत्तर प्रदेश में बालिकाओं के अच्छी शिक्षा के लिए यह आवासीय बालिका विद्यालय चलाए जाते हैं।

जिसमें छात्राएं विद्यालय में ही रहती है। उन्हें यहीं पर भोजन, स्टेशनरी और अन्य जरूरी सामान दिया जाता है। इस सामान के लिए शासन स्तर से बजट पर आता है।

इस घोटाले का खुलासा होने के बाद शासन ने जिलों के बीएसए से जवाब तलब किया है।

बताया जाता है कि प्रेरणा पोर्टल पर विद्यालय बंद होने और छात्राओं की उपस्थिति न होने के बावजूद भोजन, मेडिकल केयर, स्टेशनरी और कंटीन्जेसी मद में शत प्रतिशत धनराशि का भुगतान किया गया है।

इस घोटाले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का नाम भी शामिल है। यहां पर भी वित्तीय अनियमितता बरती गई है।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के अधिकारियों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी जरा सा डर नहीं नजर आ रहा। इसी वजह से उनके संसदीय क्षेत्र में भी यह घोटाला किया गया है।

दरअसल प्रदेश के कई जिलों में विद्यालय बंद होने के कारण 11 फरवरी से लेकर 31 मार्च के बीच छात्राओं की उपस्थिति दर्ज नहीं की गई है।

इस मामले में बीएसए राकेश सिंह का कहना है कि प्रेरणा पोर्टल पर छात्राओं की उपस्थिति दर्ज ना करवाएं जाना एक बड़ी अनियमितता को दर्शाता है।

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