वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य चंपत राय पर जमीन हड़पने के आरोप लगाने वाले पत्रकार पर केस दायर।
केस फाइल करने वाले चंपत राय के भाई हैं और चंपत राय विहिप के नेता, राम मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी और उनपर अभी राम जन्मभूमि की खरीद को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।”
दरअसल सपा नेता पवन पांडेय और आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने जबसे राम जन्मभूमि से संबंधित घोटाले का पर्दाफाश किया है तब से लगातार मामले में नए नए मोड़ सामने आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने पत्रकार विनीत नारायण समेत तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमा दायर करने वाले विश्व हिंदु परिषद के नेता और राम मंदिर ट्रस्ट के मुख्य सचिव चंपत राय के भाई संजय बंसल हैं।
राम जन्मभूमि घोटाले में चंपत राय की भूमिका पर ही सबसे ज्यादा सवाल खड़े हो रहे हैं, ऐसे में उनके भाई का एक पत्रकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना कहीं ना कहीं उन पर उठने वाले सवालों को सही ठहरा रहा है।
बिजनौर पुलिस ने पहले ही तथाकथित ‘प्रथम दृष्ट्या’ तौर पर चंपत राय और उनके भाइयों को क्लीन चिट दे दी है।
संजय बंसल द्वारा दायर की गई FIR में पत्रकार विनीत नारायण के साथ अल्का लाहौती और रजनीश का भी नाम है।
तीनों पर फेसबुक के माध्यम से विश्व हिंदू परिषद के नेता चंपत राय पर गलत आरोप लगाने और करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने का आरोप है।
पत्रकार विनीत नारायण ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से चंपत राय पर भाई संजय बंसल को जमीन दिलवाने में मदद करने के आरोप लगाए।
उन्होंने अपने पोस्ट में साफ लिखा है कि अल्का लाहौती की गौशाला की जमीन के ही 20 हजार स्क्वायर मीटर के हिस्से को हड़पने में मदद की है।
पत्रकार विनीत नारायण के उसी पोस्ट में ये भी लिखा गया है कि अल्का लाहौती ने 2018 से अपनी जमीन पर कब्जा करने वालों को भगाने की कोशिश की है, यहां तक कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ तक भी गुहार लगाई थी।
संजय बंसल ने अपने बचाव में कहा है कि उन्होंने विनीत नारायण से कॉल पर बात करके मामला सुलझाने की कोशिश की थी, लेकिन उनका फोन किसी रजनीश नाम क व्यक्ति ने उठाया और धमकी भरे अंदाज में बात की थी।
हालांकि बिजनौर पुलिस के अधिकारियों ने संजय बंसल की बातों को ही आधार मानते हुए अपने आधिकारिक बयानों में विनीत नारायण और बाकी दोनों पर मुकदमा चलाने की बात की है।