उत्तर प्रदेश में साल 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने भाजपा को मात देने की तैयारियां शुरू जोरों शोरों से शुरू कर दी है।
इस कड़ी में शनिवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भाजपा का गढ़ माने जाने वाले गोरखपुर में पहुंचे थे। जहां उनकी जनसभा में भारी तादाद में भीड़ इकट्ठा हुई।
इस दौरान अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि ऐसा जन समर्थन देखकर यह लग रहा है कि जनता बदलाव चाहती है।
गोरखपुर में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को मिले जनसमर्थन को देखकर भाजपा बौखलाहट में नजर आ रही है।
इस कड़ी में योगी सरकार ने गाजीपुर में अखिलेश यादव के कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी है। दरअसल गाजीपुर में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा भी होने वाली है।
जिस से पहले योगी सरकार ने सुरक्षा का हवाला देते हुए गाजीपुर में पहरा लगा दिया है।
इस मामले में पत्रकार रोहिणी सिंह ने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि
“गोरखपुर की तस्वीरें देख अब गाजीपुर में सरकार ने पहरा लगा दिया है। योगी सरकार ने सुरक्षा का हवाला देकर प्रधानमंत्री के सभास्थल से 100 किलोमीटर दूर गाजीपुर में अखिलेश यादव के कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी।
ये चिंताजनक है, लोकतंत्र को कमजोर करती ऐसी तस्वीरें अब आम होती जा रही हैं।
गोरखपुर की तस्वीरें देख अब गाजीपुर में सरकार ने पहरा लगा दिया है।
योगी सरकार ने सुरक्षा का हवाला देकर प्रधानमंत्री के सभास्थल से 100 किलोमीटर दूर गाजीपुर में अखिलेश यादव के कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी।
ये चिंताजनक है, लोकतंत्र को कमजोर करती ऐसी तस्वीरें अब आम होती जा रही हैं। pic.twitter.com/Z3ONNyIDcA
— Rohini Singh (@rohini_sgh) November 14, 2021
इसके साथ ही पत्रकार रोहिणी सिंह ने 2 तस्वीरें भी शेयर की है। जिसमें एक तरफ अखिलेश यादव की गोरखपुर जनसभा की तस्वीर है।
वहीं दूसरी तरफ से उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन द्वारा हाईवे को ब्लॉक करने के लिए पत्थर लगाए जा रहे हैं।
इस मामले में समाजवादी पार्टी के नेता संतोष यादव का कहना है कि योगी सरकार अखिलेश यादव को मिल रहे जनसमर्थन से घबरा चुकी है।
इसी वजह से जिला प्रशासन द्वारा अखिलेश यादव की जनसभा को अनुमति नहीं दी जा रही है। लेकिन हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। सपा अध्यक्ष अपने निर्धारित समय से यहां पहुंचेंगे।