अगले साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले नीति आयोग द्वारा एसडीजी इंटेक्स का तीसरा संस्करण जारी किया गया है।

जिसमें साल 2020-21 के लिए एसडीजी के मोर्चे पर देश के राज्य सरकारों की उनकी रैंकिंग की गई है। जिसमें सबसे ऊपर केरल का नाम है।

इस रैंकिंग में जहां सबसे अच्छा प्रदर्शन केरल का रहा है। वही सबसे बुरा प्रदर्शन रहा है बिहार का।

टॉप 5 राज्यों में केरल को 75 रैंक, हिमाचल प्रदेश और तमिलनाडु को 74 रैंक, आंध्र प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, उत्तराखंड – 72 रैंक, सिक्किम – 71 रैंक, महाराष्ट्र – 70 रैंक।

बता दें, एसडीजी आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरण से संबंधित मापदंडों के जरिए राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के विकास का मूल्यांकन करता है।

भाजपा शासित असम, बिहार और उत्तर प्रदेश के सबसे बुरे प्रदर्शन वाले पांच राज्यों में शुमार हैं। जबकि उत्तर प्रदेश और बिहार की सरकार द्वारा विकास के बड़े-बड़े दावे किए जाते रहे हैं।

हाल ही में भाजपा ने असम में विधानसभा चुनाव जीते हैं। जल्द ही उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

ऐसे में एसडीजी रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश की रैंकिंग सबसे बुरे प्रदर्शन वाले राज्यों में आना योगी सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा करता है।

इस कड़ी में पत्रकार रोहिणी सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है।

उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “विकास के हर मापदंड पर उत्तरप्रदेश को फिसड्डी बताने पर नीति आयोग के ऊपर मुक़दमा दर्ज करे योगी सरकार। SDG रिपोर्ट के बहाने यह भारत सरकार द्वारा योगी जी की छवि ख़राब करने की साजिश है।”

दरअसल योगी सरकार द्वारा उनके खिलाफ बोलने वाले कार्यकर्ताओं और लोगों पर कई बार केस दर्ज किए जा चुके हैं। ऐसे में नीति आयोग की इस रिपोर्ट पर योगी सरकार का क्या जवाब सामने आएगा, यह देखना दिलचस्प होगा।

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