Covid-19 से भारत में हाहाकार मचा हुआ है। रोजाना लाखों केस आ रहे हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन से लेकर दवाईयों की कमी भयंकर कमी दिख रही है।
ऐसे में अपनी जान जोखिम में डालकर पत्रकारिता कर रहे पत्रकारों पर उत्तर प्रदेश का योगी प्रशासन मुकदमें लिख रहा है।
वहीं आज पूरी दुनिया में वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे भी है। उसके बावजूद रायबरेली प्रशासन ने एक साथ अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी दिखाने वाले पत्रकारों को नोटिस थमा दिया है।
मामला ऑक्सीजन की कमी से अस्पतालों में तड़प-तड़पकर मर रहे लोगों से जुड़ा है। रायबरेली में ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रहे आम इंसान की तकलीफ दिखाना प्रशासन को पसंद नहीं आया।
जिसकी वजह से सीधा पत्रकारों को नोटिस भेजकर आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज करने की धमकी दे डाली गई।
जबकि आज सुबह ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे पर पत्रकारों को बधाई दे रहे थे।
CM योगी आदित्यनाथ ने ट्विट करते हुए लिखा, “निष्पक्ष, पारदर्शी एवं मानवीय मूल्यों को आत्मसात कर दशकों से जन हितों को स्वर प्रदान कर लोकतंत्र को मजबूती प्रदान कर रहे प्रेस जगत से जुड़े समस्त लोगों को ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएं।”
एकतरफ मुख्यमंत्री पत्रकारों को लोकतंत्र का प्रहरी बोल रहे हैं दूसरी तरफ उनका प्रशासन नोटिस थमा रहा है।