मध्य प्रदेश में अब कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है। 15 साल के बाद बनी कांग्रेस सरकार में भी मध्य प्रदेश की हालत जस की तस बनी हुई है। मॉब लिंचिंग की घटनाएं कमलनाथ सरकार में जब तब हो जा रही हैं। पत्रकारों के लिए अनुकूल माहौल बनाने का दावा करने वाली कांग्रेस सरकार में पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं। भिंड जिले एक पत्रकार की मॉब लिंचिंग का नया मामला सामने आया है।

भिंड जिले के लहार में एक लोकल अखबार चलाने वाले पत्रकार पर लगभग आधा दर्जन गुंडों ने हमला कर दिया। भीड़ ने पत्रकार की बेतहाशा पिटाई शुरू कर दी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि, पत्रकार को सड़क पर लिटाकर लात-घूंसों और डंडों से पीटा जा रहा है। पत्रकार को पीटने वाले रेत खनन माफिया हैं।

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घटनास्थल पर मौजूद किसी शख्स ने पत्रकार की पिटाई की वीडियो रिकॉर्ड कर ली। हालांकि बाद में घायल पत्रकार की फरियाद पर मध्य प्रदेश पुलिस ने आधा दर्जन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक बिंद के लहार इलाके के निवासी रिपुदमन सिंह (पत्रकार) ‘इंडिया आजकल’ नाम से लोकल अखबार चलते हैं। रविवार को रिपुदमन सिंह अपने घर से सब्जी मंदी के लिए निकले थे, इतने में रास्ते में बाइक सवाल गुंडों ने उन्हें घेर कर पीटना शुरू कर दिया। पत्रकार की इस तरह की पिटाई होने के बाद अब पत्रकार भी कमलनाथ की सरकार में सुरक्षित नहीं हैं।

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बता दें कि 15 साल लम्बे अंतराल के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस का सूखा खत्म हुआ है और कमलनाथ को सरकार बनाने का मौका मिला है। लेकिन इस तरह की घटनाओं के बाद कमलनाथ सरकार की छवि प्रदेश और देश में ‘मॉब लिंचिंग’ प्रदेश की बनती जा रही है।

पिछले दिनों एमपी के शिवपुरी जिले में दो 10 और 12 साल के दलित बच्चों की मॉब लिंचिंग कर दी गई थी। जिससे उनकी मौत हो गई। अब एक हफ्ते के अन्तराल में ही ये कमलनाथ के राज में दूसरा मॉब लिंचिंग का मामला है।

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