प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगा है कि उन्होनें अपना जन्मदिन मनाने के कारण हज़ारों ज़िन्दगियों को दांव पर लगा दिया है। सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर का आरोप है कि प्रधानमंत्री के जन्मदिन के लिए सरदार सरोवर बांध को समय से पहले खोल दिया गया। इस कारण मध्य प्रदेश के 192 गांव डूब गए हैं।
मेधा पाटकर ने ##SharamKaroGateKholo नाम के हैशटैग का इस्तेमाल करके ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी से कई सवाल किए। उन्होंने कहा कि “ये तस्वीर आज के ड्रामा की सच्चाई बता रही है जो सरदार सरोवर बांध पर हुआ। इससे मध्य प्रदेश, गुजरात और हमारे देश में सबके लिए केवल विनाश आया है। #SharamKaroGateKholo”
This picture shows the reality of drama today at the Sardar Sarovar Dam. It has only brought destruction for everyone in Madhya Pradesh and Gujarat and our nation. #SharamKaroGateKholo https://t.co/ueuMf94ePO
— Medha Patkar (@medhanarmada) September 17, 2019
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी का 17 सितम्बर को 69वा जन्मदिन था। उन्होनें इस दिन गुजरात में सरदार सरोवर बांध से नर्मदा आरती की।
Reached Kevadia a short while ago.
Have a look at the majestic ‘Statue of Unity’, India’s tribute to the great Sardar Patel. pic.twitter.com/B8ciNFr4p7
— Narendra Modi (@narendramodi) September 17, 2019
मेधा पाटकर ने आरोप लगाया है कि बांध में पानी का स्तर अपने तय समय से पहले ही बढ़ा दिया गया। पानी का स्तर 17 सितम्बर को 138.68 मीटर पहुँच गया। मेधा ने कहा कि विजय रुपानी की सरकार ने पहले खा था कि बांध 15 अक्टूबर तक भर जाएगा। बाद में 30 सितम्बर के रूप में एक नयी तारीख दी गयी। तो ऐसा कैसे हो गया कि बांध प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के ठीक पहले ही भर गया?
मेधा पाटकर के आरोपों के हिसाब से तो बांध को समय से पहले इसलिए भरा गया ताकि प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर कुछ अच्छी तस्वीरें आ सके। इसी कारण हज़ारों ज़िंदगियों का ख्याल भी नहीं रखा गया।