केंद्र में भाजपा के सत्ता संभालने के बाद लोगों में हिन्दू-मुस्लिम के नाम पर सांप्रदायिक जहर घोलने का काम किया जाता रहा है। भाजपा के बीते 7 सालों के शासन काल में देश के अलग-अलग राज्यों में मॉब लिंचिंग की घटनाएं देखने को मिल चुकी हैं।
मॉब लिंचिंग की ज्यादातर घटनाएं भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में घटी है। जहाँ योगी सरकार के राज में हिंदूवादी संगठनों को गुंडागर्दी खुलेआम देखने को मिलती है।
सांप्रदायिक नारें लगाने के लिए अल्पसंख्यकों और दलितों को मजबूर किया जाता है और ऐसा नहीं करने पर उनके साथ मारपीट की जाती है। यहाँ तक की कई लोगों की मोब लिंचिंग में मौतें हुई हैं।
इसी बीच भाजपा शासित उत्तर प्रदेश से मानवता को शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है। खबर के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के कानपुर में 45 वर्षीय एक मुस्लिम शख्स को जबरदस्ती जय श्री राम के नारे लगाने के लिए मजबूर किया गया।
इस मुस्लिम के मारपीट की गई और सड़क पर घुमाया गया। इसके बाद उसे पुलिस को सौंप दिया गया।
इस पूरी घटना को स्थानीय लोगों द्वारा कैमरे में रिकॉर्ड किया गया है। जिसमें देखा जा सकता है कि इस शख्स की बच्ची से लिपटी हुई है और लोगों को उसके पिता को बख्शने की गुहार लगा रही है। लेकिन कोई भी इस बच्ची की बात सुनने को तैयार नहीं है और शख्स को बेरहमी से पीटा जा रहा है।
बताया जाता है कि जब मारपीट करने वाले लोगों द्वारा उसे भी शख्स को पुलिस को सौंप दिया गया। तो पुलिस कस्टडी में भी उसकी पिटाई की गई।
इस पूरे मामले के पीछे दक्षिणपंथी हिंदूवादी संगठन बजरंग दल का नाम सामने आ रहा है।
दरअसल बजरंग दल द्वारा इलाके में एक मीटिंग की गई थी। जिसमें हिंदू लड़कियों के धर्मांतरण किए जाने के आरोप लगाए गए थे।
इसके बाद ही इस घटना को अंजाम दिया गया। मारपीट का शिकार हुए मुस्लिम ई-रिक्शा ड्राइवर है। दरअसल वह इलाके के उस मुस्लिम परिवार का रिश्तेदार है। जिसका अपने हिंदू पड़ोसी से कुछ कानूनी विवाद चल रहा है।