‘देश में रोजगार की कमी नहीं है। हमारे उत्तर भारत में जो रिक्रूटमेंट करने आते हैं, इस बात का सवाल करते हैं कि जिस पद के लिए रख रहे हैं, उसकी क्वालिटी का व्यक्ति हमें कम मिलता है। आज कल अखबारों में रोजगार की बात आ गई है। हम इसी मंत्रालय को देखने का काम कर रहे हैं, रोज ही इसकी निगरानी करते हैं। देश भर में रोजगार की कमी नहीं है। रोजगार बहुत है।’
ये बयान केंद्रीय श्रम और रोजगार मामलों के राज्य मंत्री संतोष गंगवार का है। उन्होंने जैसे ही बेरोजगारी होने के कारण को योग्यता ना होना बताया। वैसे ही विपक्षी नेताओं ने उनके इस बयान की आलोचना करनी शुरू कर दी।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार से सवाल पूछा है। साथ ही इसे उत्तर भारतीयों का अपमान बताया है।
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उन्होंने सोशल मीडिया पर गंगवार का बयान शेयर करते हुए लिखा- मंत्रीजी, आपने इतनी बड़ी बात बोली है तो अब आँकड़े भी दे दीजिए। आपने कितनी नौकरियां पिछले 5 साल और 100 दिन में दीं? पिछले 5 सालों में कितने उत्तर भारतीयों को नौकरियां दीं? स्किल इंडिया कार्यक्रम के तहत कितनी नौकरियां दीं? हाँ याद रखिए, नौकरियां छीनने के आँकडें जनता के पास हैं।
मंत्रीजी, आपने इतनी बड़ी बात बोली है तो अब आँकड़े भी दे दीजिए। आपने कितनी नौकरियाँ पिछले 5 साल और 100 दिन में दीं? पिछले 5 सालों में कितने उत्तर भारतीयों को नौकरियाँ दीं? Skill India कार्यक्रम के तहत कितनी नौकरियाँ दीं? हाँ याद रखिए, नौकरियाँ छीनने के आँकडें जनता के पास हैं। pic.twitter.com/PPQhUage13
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 16, 2019
वही इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दूसरी कैबिनेट के शपथ लेने के एक दिन बाद ही सरकार ने आंकड़े जारी करते हुए बताया कि बीते चार दशकों में बेरोजगारी दर सबसे ख़राब स्तर पर पहुंच गई है।
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इस आंकड़ों के बाद देशभर में रोजगार का संकट पिछले दिनों भी बढ़ा है। आर्थिक विकास दर घट कर पांच फीसदी पर आने से ऑटो सेक्टर, टैक्सटाइल सेक्टर, चाय उद्योग सबमें लगातार छंटनियों की ख़बर सामने आ रही है। जबकि इससे पहले यानी की लोकसभा चुनाव के दौरान देश भर में बेरोजगारी की दर पिछले 45 साल में सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुकी है। तब सरकार ने लीक रिपोर्ट को खारिज किया था।