आखिरकार यौ न शोषण का आरोपी स्वामी चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूर्व गृहराज्य मंत्री चिन्मयानंद को एसआईटी और यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तारी के बाद चिन्मयानंद को कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
ये उस राज्य की कहानी है जहां पर ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ का नारा सफल बताया जाता है। फिर भी एक शख्स पर यौन शोषण का आरोप लगने के बाद उसे गिरफ्तार करने में 45 दिन का वक़्त लग गया। इससे पहले जब एसआईटी ने स्वामी पर शिकंजा कसना शुरू किया था तब वो बीमारी का बहाना बताकर खुद को बचाने की कोशिश में लगा था।
मगर ना उसे अब झूठी बीमारी बचा पाई और ना ही संघ और बीजेपी का साथ। पीड़िता ने हाईकोर्ट में स्वामी के खिलाफ अर्जी देते हुए उसकी गिरफ़्तारी की मांग की थी। साथ ही गिरफ़्तारी ना होने पर आत्मह त्या करने की धमकी दी तब जाकर सोयी हुई योगी सरकार को होश आया इसके बाद स्वामी की गिरफ्तार मुमकिन हो पाई।
‘बेटी बचाने’ वाली सरकार ने 45 दिन बाद चिन्मयानंद को किया गिरफ्तार, कोर्ट ने 14 दिन के लिए जेल भेजा
इस मामले पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने जो इस मामले पर योगी सरकार पर निशाना साधती रही है। उन्होंने गिरफ़्तारी पर प्रतिक्रिया दी है प्रियंका ने लिखा- भाजपा सरकार की चमड़ी इतनी मोटी है कि जब तक पीड़िता को ये न कहना पड़े कि मैं आत्मदाह कर लूँगी, तब तक सरकार कोई एक्शन नहीं लेती। ये जनता, पत्रकारिता की ताकत थी कि SIT को भाजपा नेता चिन्मयानंद को गिरफ़्तार करना पड़ा।
उन्होंने आगे लिखा, जनता ने सुनिश्चित किया कि बेटी बचाओ केवल नारों में न रहे बल्कि धरातल पर उतरे।
भाजपा सरकार की चमड़ी इतनी मोटी है कि जब तक पीड़िता को ये न कहना पड़े कि मैं आत्मदाह कर लूँगी, तब तक सरकार कोई एक्शन नहीं लेती।
ये जनता, पत्रकारिता की ताकत थी कि SIT को भाजपा नेता #चिन्मयानन्द को गिरफ़्तार करना पड़ा।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 20, 2019
अभी इस मामले पर किसी भी बीजेपी नेता ने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है मगर उससे पहले विपक्ष ने इस मामले पर बीजेपी और योगी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
बता दें कि इस मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित एसआईटी अपना काम कर रही है। वहीं बीते शुक्रवार को एसआईटी ने आरोपी चिन्मयानंद का आश्रम भी सीज़ कर दिया था। वहीं एसआईटी ने यूपी पुलिस से भी यौन शोषण केस से जुड़े सवाल पूछे थे। मगर गिरफ़्तारी क्यों नहीं हो पा रही है इसका जवाब अभी तक नहीं मिल पाया है।