कल बिहार में नीतीश सरकार के खिलाफ एसटीईटी अभ्यर्थियों द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया था। जिसमें पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज भी किया।
अब खबर सामने आ रही है कि आज उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लगभग 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों द्वारा प्रदर्शन किया गया है।
इन अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास मार्ग पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए सरकार को घेरा है।
इस दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस ने अभ्यार्थियों को रोकने के लिए बल का प्रयोग किया। जो कि उपमुख्यमंत्री के आवास का घेराव करने के लिए जा रहे थे।
बिहार पुलिस की तरह यूपी पुलिस ने भी अभ्यार्थियों पर लाठीचार्ज किया है। जिसमें कई अभ्यार्थी घायल भी हुए हैं। इसके अलावा कुछ को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है।
योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि इस भर्ती में ओबीसी वर्ग को 27 फ़ीसदी आरक्षण नहीं दिया गया। जो कि नियम के अनुसार मिलना चाहिए था। इसी तरह एससी वर्ग के अभ्यार्थियों को भी 21 फीसदी आरक्षण नहीं दिया गया।
इस संदर्भ में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने 29 अप्रैल को योगी सरकार के समक्ष एक अंतरिम रिपोर्ट पेश की थी। लेकिन सरकार द्वारा इस अंतरिम रिपोर्ट पर लगभग डेढ़ महीने के बाद भी कोई जवाब नहीं आया है।
अभियार्थियों के मुताबिक, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने ये माना है की शिक्षक भर्ती में कुछ गड़बड़ी हुई है। जिसके चलते उन्होंने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है।
दरअसल योगी सरकार द्वारा 69 हजार पदों पर की गई शिक्षा भर्ती में से करीब 22 हजार पद खाली रखे गए थे। अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार द्वारा पहले भर्ती के बचे 22 हजार पदों को भी जल्द से जल्द भरा जाए।
इससे पहले भी शिक्षक भर्ती में खाली पदों को भरे जाने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने सचिव उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद पर धरना प्रदर्शन किया था।