कोर सेक्टर में 90 फीसदी की गिरावट दर्ज किए जाने के बाद अब भारतीय रेलवे से बुरी ख़बर सामने आई है। आधिकारिक दस्तावेज़ों के मुताबिक, अगस्त महीने में रेलवे की आमदनी में 12 हज़ार करोड़ की गिरावट दर्ज की गई है।

रिपोर्ट के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त के दौरान टिकट बुकिंग, ढुलाई और अन्य अलग-अलग मदों से आमदनी पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 12 हज़ार करोड़ रुपए कम रही है। साथ ही इस गिरावट में कर्मचारियों के वेतन और पेंशन खर्च को नहीं जोड़ा गया है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि रेलवे की आमदनी में गिरावट का ग्राफ और भी ऊपर जा सकता है।

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दरअसल, रेलवे ने अगस्त तक यात्री सेवाओं से आमदनी में 9.65 प्रतिशत की वृद्धि का लक्ष्य रखा था लेकिन असलियत में वह सिर्फ 4.56 फीसदी वृद्धि दर्ज कर पाई है। इसी तरह ढुलाई से वृद्धि के 12.22 फीसदी के लक्ष्य की तुलना में वास्तविक इज़ाफा सिर्फ 2.80 फीसदी का रहा है।

हालांकि रेलवे अधिकारियों ने आमदनी में कमी के पूरे आंकड़े जारी करने से इनकार कर दिया है, लेकिन अलग-अलग रिपोर्टस में कहा गया है कि साल के अंत तक रेलवे की आमदनी 30,000 करोड़ रुपये तक कम रह सकती है। जो चिंताजनक है।

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रेलवे ने भी घटती आमदनी को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है। रेलवे की ओर से कहा गया है कि हामरी आमदनी कम हुई है, इसे ठीक करने के लिए हम काम कर रहे हैं।

बता दें कि इससे पहले बीते कल ही कोर सेक्टर्स में 90 फीसदी गिरावट की ख़बर सामने आई थी। वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, अगस्त महीने में 8 कोर सेक्टर्स की ग्रोथ घटकर 0.5 प्रतिशत पर आ गई। जबकि जुलाई महीने में यह ग्रोथ 2.1 फीसदी थी। पिछले साल अगस्त में ये विकास दर 4.7 प्रतिशत थी।

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