पिछले महीने बिहार के भागलपुर में हुई हिंसा में मोदी सरकार के मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत के नाम FIR दर्ज होने के बाद अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव लगातार शाश्वत की गिरफ्तारी को लेकर नीतीश कुमार को एक विफल मुख्यमंत्री बता रहे हैं।
हैरानी की बात है कि अश्विनी चौबे और उनके बेटे FIR को एक कचरे के एक टुकड़ा बता रहे हैं लेकिन राजद नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अब इस मामले पर उनके बेटे पर सरेंडर न करने पर कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
तेजस्वी यादव ने अपने सोशल नेटवर्किंग साईट ट्विटर पर लिखते हुए कहा कि “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चार सिपाही के साथ केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के दंगा आरोपित फ़रार बेटे को पकड़ने की मुझे प्रशासनिक अनुमति दें।
एक घंटे में घसीटकर नीतीश कुमार के नकारा प्रशासन को सौंप दूँगा। मेरा दावा है। लटर-पटर से शासन नहीं चलता। दंगा रोकने के लिए कलेजा होना चाहिए।
बता दें कि अर्जित चौबे साल 2015 में भाजपा के टिकट पर भागलपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुकें हैं, मगर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
उन्होंने 17 मार्च को भागलपुर के नाथनगर इलाके में बिना इजाजत जुलूस निकाला था जिसमे बजरंग दल, आरएसएस और बीजेपी के लोग भी शामिल थे।
इस जुलूस के बाद नाथनगर इलाके में साम्प्रदायिक दंगे का माहौल बन गया था, जिसको लेकर उनपर विपक्ष के दबाव में FIR दर्ज की गई है।