भाजपा के केंद्र में आने के लिए देश के विकास के मुद्दे से ज्यादा गौरक्षा को ज्यादा तवज्जों दी गई। हिंदूवादी संगठनों द्वारा गौरक्षा के मुद्दे पर दूसरे धर्म के लोगों को हमेशा निशाना बनाया जाता रहा है।

लेकिन भाजपा ने समय-समय पर ये साबित कर दिया है कि ये राजनीतिक दल न तो इंसानों का भला करने वाला है और न जानवरों का। आज इंसानों के साथ जानवरों को भी मरने के लिए छोड़ा जा रहा है।

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा बड़े स्तर पर गौशालाओं का निर्माण करवाया गया था। लेकिन ये गौशालाएं पशुओं का पालन-पोषण के लिए नहीं। बल्कि सिर्फ अपनी राजनीति चमकाने के लिए करवाया है।

आज भी आवारा गायें सड़कों पर मरने को मजबूर है। जबकि हिंदूवादी संगठनों द्वारा गौरक्षा के नाम पर लोगों से चंदा इक्क्ठा किया जाता है।

इस मामले में योगी सरकार एक बार फिर से विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है। समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट प्रदेश के एक गौशाला की वीडियो शेयर की है।

इसे शेयर करते हुए उन्होंने लिखा है कि “ना गंगा माई के, ना गो माता के। भाजपाई सिर्फ जनता को मूर्ख बना सत्ता हासिल करने के! राम नगरी अयोध्या की सरकारी गौशाला में JCB से शवों को दफनाया जाना दुःखद व शर्मनाक!

सरकारी धन से चल रहीं गौशालाओं में चारे की व्यवस्था तक नहीं। जिम्मेदारों के खिलाफ हो कड़ी कार्रवाई।”

वीडियो में देखा जा सकता है कि एक जेसीबी मशीन द्वारा गौशाला में मर चुकी गायों के शवों मिटटी डाल कर दफनाया जा रहा है।

इस वीडियो से अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य की गौशालाओं की हालत किस तरह की है। इससे पहले भी राज्य की गौशालाओं में गायों के खाने-पीने के मामले में शिकायतें सामने आ चुकी है।

गौरतलब है कि कोरोना महामारी में मृतकों के शवों को गंगा घाटों पर दफनाने के मामले में पहले ही विपक्ष के निशाने पर है। अब जानवरों की मौत पर भी योगी सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here