उत्तर प्रदेश में हो रहे ब्लॉक प्रमुख चुनाव हिंसा का मैदान बनते जा रहे हैं। आज उत्तर प्रदेश के कई जिलों में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए मतदान हुआ है।
इस दौरान कई जगहों पर भाजपा और सपा के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प होने की खबर सामने आई।
जिसने उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां इटावा के बढ़पुरा ब्लॉक में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा हवाई फायरिंग की गई।
वही सीतापुर में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार की गाड़ी से लाइसेंसी असलहा, लाठियां और डंडे बरामद किए गए हैं।
भाजपा उम्मीदवार के गाड़ी से बरामद किए गए इस सामान को देखकर लगता है कि चुनावों के दौरान हिंसा करना और उम्मीदवारों को नामांकन पत्र भरने से रोकना, भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा पहले से ही पूर्व नियोजित था।
इस चुनाव में भाजपा कार्यकर्ताओं, नेताओं और उनके समर्थकों ने खुलेआम लोकतंत्र की धज्जियाँ उड़ाई हैं।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी ने लिखा-
“ब्लाक प्रमुख के चुनाव के दौरान सीतापुर में BJP प्रत्याशी की गाड़ी से लाइसेंसी असलहा और भारी मात्रा में लाठी डंडे बरामद। शर्मनाक!
प्रदेश की जनता के सामने भाजपा द्वारा पोषित गुंडातंत्र। मामले का संज्ञान लेकर चुनाव आयोग भाजपा प्रत्याशी उम्मीदवारी को रद्द करें।”
ब्लाक प्रमुख के चुनाव के दौरान सीतापुर में BJP प्रत्याशी की गाड़ी से लाइसेंसी असलहा और भारी मात्रा में लाठी डंडे बरामद। शर्मनाक!
प्रदेश की जनता के सामने भाजपा द्वारा पोषित गुंडातंत्र।
मामले का संज्ञान लेकर चुनाव आयोग भाजपा प्रत्याशी उम्मीदवारी को रद्द करें। pic.twitter.com/bmtJlnQegk
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) July 10, 2021
भाजपा नेताओं द्वारा हिंसा को अंजाम दिया जा रहा है। उन्हें रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की बजाए पुलिस मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रही है।
इसके अलावा अमरोहा में समाजवादी पार्टी और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच जोया ब्लॉक में मतदान के दौरान जमकर मारपीट हुई है। जिसके बाद पुलिस ने इन सबको लाठीचार्ज कर वहां से भगाया।
वही इटावा में भारतीय जनता पार्टी की विधायक सरिता भदौरिया ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर मतदान ही रुकवा दिया।
भाजपा विधायक के सामने ही पार्टी कार्यकर्ताओं ने एसपी सिटी प्रशांत कुमार के साथ मारपीट की लेकिन फिर भी उन्हें हिरासत में नहीं लिया गया।
अगले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा जिस तरह से ब्लाक प्रमुख चुनावों में गुंडागर्दी की गई है।
अगर उन्हें पुलिस और प्रशासन द्वारा सबक नहीं सिखाया जाता। तो ऐसा विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल सकता है। जोकि लोकतंत्र का हनन होगा।