उत्तर प्रदेश में जहां कोरोना के मामले पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं, वहीं सरकार भी बेशर्मी के सारे पिछले रिकॉर्ड तोड़ती चली जा रही है।
राजधानी लखनऊ में हजारों मरीज ऑक्सीजन के लिए तड़प रहे हैं, सैकड़ों अपनी जान गंवा रहे हैं और दर्जनों अस्पताल ऑक्सीजन संकट में बोर्ड लगा रहे हैं कि मरीजों को यहां से ले जाओ, हमारे पास ऑक्सीजन नहीं है ।
फिर भी सरकार बड़ी बेशर्मी से इन बातों को झूठ करार दे रही है और कह रही है कि लखनऊ में ऑक्सीजन की किसी तरह की कमी नहीं है।
जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 21 अप्रैल को कहा कि प्रदेश में किसी भी चीज का अभाव नहीं है। कोरोना से लड़ाई में उत्तर प्रदेश बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।
वहीं उनसे एक कदम आगे बढ़ते हुए चिकित्सा मंत्री सुरेश खन्ना कह रहे हैं कि “लखनऊ में ऑक्सीजन जरूरत से ज्यादा है।”
जबकि सबको पता है इन दिनों राजधानी लखनऊ किस तरह से ऑक्सीजन संकट से जूझ रही है। मरीज तड़प रहे हैं, परिजन बिलख रहे हैं, सोशल मीडिया पर हजारों लोग एक दूसरे से मदद मांग रहे हैं।
ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाने के लिए रात-रात भर लाइन लग रही है, ब्लैक में ऑक्सीजन और दवाई बेची जा रही है।
इन सबके बावजूद सरकार आंख बंद करके सब कुछ झुठलाने पर तुली हुई है और इस तरह के बयान देकर लोगों के घाव पर मरहम के बजाय नमक छिड़क रही है।
सरकार के इसी रवैए पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के नेता एवं लखनऊ उन्नाव क्षेत्र से एमएलसी सुनील सिंह यादव ने लिखा- “लखनऊ ही क्यों, पृथ्वी पर भी ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं। जरूरत पड़ी तो मोदी जी मंगल ग्रह को सप्लाई भी करेंगे। सत्ता में बैठे ऐसे धृतराष्ट्र ही समाज के दुश्मन है।”