उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के नतीजों के आने का सिलसिला जारी है। पिछले 36 घंटों से मतगणना चल रही है जिससे तमाम जिलों की तस्वीरें साफ हो रही हैं।
इनमें सबसे हैरानी भरा परिणाम आ रहा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी के क्षेत्र से।
जहां समाजवादी पार्टी न सिर्फ बढ़त बनाए हुए हैं बल्कि भारतीय जनता पार्टी से दोगुना से ज्यादा सीटों पर आगे है।
खबर लिखे जाने तक वाराणसी में भाजपा 7 सीटों पर आगे चल रही है तो समाजवादी पार्टी 15 सीटों पर। हालांकि ज्यादातर सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी लीड कर रहे हैं।
मगर यही रुझान अगर आखिर नतीजों में बदल जाए तो भारतीय जनता पार्टी के लिए चिंता का सबब होना चाहिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गढ़ बन चुके वाराणसी में भाजपा से इतनी नाराजगी क्यों है।
दरअसल उत्तर प्रदेश में भीषण महामारी के बीच हुए पंचायत चुनाव के नतीजे बेहद दिलचस्प और चौंकाने वाले आ रहे हैं।
जिस प्रदेश में पिछले कई चुनावों में भाजपा का एकतरफा वर्चस्व रहा है वहां समाजवादी पार्टी उसे कड़ी टक्कर देते हुए दिखाई दे रही है।
मतगणना की 36 घंटे बाद की स्थिति ये है कि 3050 जिला पंचायत सीटों में से 2357 जिला पंचायत सीटों के रुझान आ गए हैं। जिसमें भाजपा 699 सीटों पर आगे है तो समाजवादी पार्टी 686 सीटों पर।
यानी इन दोनों दलों में कांटे की टक्कर चल रही है जबकि बहुजन समाज पार्टी 266 सीटों के साथ तीसरे नंबर पर और कॉन्ग्रेस 66 सीटों के साथ चौथे नंबर पर चल रही है।
इसमें सबसे ज्यादा दिलचस्प आंकड़ा है अन्य का जो 637 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।
दरअसल पंचायत चुनाव को विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल भी कहा जाता है क्योंकि ये स्थानीय स्तर पर जनता का रुझान दिखाता है।
समाजवादी पार्टी जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी को टक्कर दे रही है उससे इतना तो स्पष्ट है कि अब भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव में अपने आप को अजेय नहीं मान सकती।