देश में लगातार विपक्ष द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं चाहे वो जीएसटी, नोटबंदी, पेट्रोल-डीजल की बढती कीमतें या राफेल डील जैसे मुद्दे हो या कुछ और।
लेकिन अब सिर्फ विपक्ष या अन्य राजनीतिक दल ही नहीं बल्कि उनके खिलाफ उनकी ही पार्टी के एक नेता का बड़ा बयान सामने आया है कि, ‘पीएम मोदी को अडवाणी जी से हाथ जोड़कर माफ़ी मांगी चाहिए’।
पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा का मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में यह बयान सामने आया है। इंटरव्यू में सिन्हा ने कहा कि ‘वन मैन शो और टू मेन आर्मी’ ज्यादा लंबे समय तक नहीं चलती, क्योंकि अब भारतीय जनता पार्टी की कमजोरियां सामने आ रही हैं।
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बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने यह भी कहा कि पीएम मोदी के साथ कोई बड़ा नेता नहीं खड़ा होगा क्योंकि उन्होंने सबको दरकिनार कर दिया ।
सिन्हा ने यह भी कहा कि एक वरिष्ट नेता होने के नाते मैं माननीय प्रधानमंत्री को सलाह दूंगा की वह आडवाणी जी से हाथ जोड़कर माफ़ी मांगे।
वह प्रोटोकॉल तोड़कर हर किसी को गले लगाते हैं तो उनको जाकर हमारे वरिष्ट नेता जैसे की लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, अरुण शौरी और यशवंत सिन्हा को गले लगाना चाहिए।
भाजपा ने उनके रहने की बात पर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि, मैं लालकृष्ण आडवाणी, अटल बिहारी वाजपेयी, नानाजी देशमुख और कैलाशपति मिश्रा जैसे वरिष्ठ नेताओं के प्रशिक्षण में तैयार किया गया हूँ, और बात बीजेपी में मेरे की है तो पार्टी छोड़ने के लिए मैं पार्टी में शामिल नहीं हुआ था । लेकिन जब पार्टी मुझे छोड़ना चाहती है तो मैं इस फैसले को सलाम कर दूंगा ।
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इस विषय पर उन्होंने यह भी कहा कि, मैंने अटल जी और आडवाणी जी से पार्टी के प्रति प्रतिबद्धता सीखी हैं । मैंने यह भी सीखा है कि पार्टी किसी भी व्यक्ति से बड़ी है और देश पार्टी से बड़ा हैं तो अगर देश के हित में मैं कोई सवाल पूछ रहा हूँ जो उनकी नज़रों में गलत है तो भी मैं ऐसा करना जारी रखूँगा ।