बिहार में इस बार ‘बाढ़’ से नहीं बल्कि सरकार की नाकामी के कारण जलभराव से कई लोगों की जान चली गई। मगर राज्य में गठबंधन की सरकार यानी की जेडीयू और बीजेपी आपस में ही भिड़ गई है। जहां एक तरफ बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह कह रहें है कि ‘ताली अगर कप्तान तो गाली भी कप्तान हो मिलनी चाहिए’ वहीं जेडीयू बीजेपी सांसद से माफ़ी मांगने के लिए कह रही है।

इस आरोप प्रत्यारोप के बीच आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दोनों ही दलों पर निशाना साधा है। तेजस्वी ने लिखा- BJP-JDU की कुत्ता-बिल्ली वाली लड़ाई में राज्यवासियों का भारी नुक़सान हो रहा है।

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दिनदहाड़े जनादेश की ड़कैती कर जनभावना का अपमान करने वाले CM बतावें कि क्या इसी दिन के लिए जनादेश का अपमान कर भाजपा संग बिना नीति,सिद्धांत और विचार की अनैतिक सरकार बनाई थी? बिहार को क्या फ़ायदा हुआ?

गौरतलब हो कि बिहार के 15 जिलों में बीते महीने 26 सितंबर को ही रेड अलर्ट (Red Alert) जारी कर दिया था। मगर इसके बावजूद पटना समेत कई शहरों में पानी भर गया। पानी भरने के कहर का इस तरह से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi)  को तीन दिन तक घर में कैद रहे और उन्हें रेस्क्यू कर निकालना पड़ा।

बता दें कि बिहार में छह दिन बाद भी कंकड़बाग, अगम कुआं, बहादुरपुर, पाटलीपुत्र, राजीव नगर जैसे इलाकों में जलजमाव की स्थिति है। खास बात ये है कि ये बाढ़ से नहीं बल्कि जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने की वजह से हुआ।

वहीं, पूरे बिहार में बाढ़ और इससे पैदा हुए हालात के कारण 27 से 29 सितंबर के बीच 73 लोगों की मौत हो चुकी है।अब इस मौत का ज़िम्मेदार बीजेपी या फिर जेडीयू मगर फिलहाल हालत जो बने हुए है वो मौजूदा सरकार की सबसे बड़ी नाकामी है।

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