बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम एवं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह योन शोषण मामले को लेकर एक बार फिर सूबे की नीतीश सरकार पर हमला बोला है। सोमवार को एक के बाद एक ट्वीट कर उन्होंने इस मामले में कई सवाल खड़े किए हैं।
तेजस्वी ने इस मामले में पुलिस अधिकारी के तबादले पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या मुजफ्फरपुर एसपी हरप्रीत कौर का तबादला इसलिए किया गया, ताकि ब्रजेश ठाकुर से जो सबूत बरामद किये गए, उसे ठिकाने लगाया जा सके।
मंजू वर्मा के इस्तीफ़े को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए आरजेडी नेता ने कहा कि मंत्री पति के बात करने से मंत्री को बर्खास्त किया, तो फिर ‘उस’ मंत्री को क्यों नहीं? जबकि, उस मंत्री ने स्वयं अनेकों बार ब्रजेश से बात की। वो ‘पटना वाला सर’ कौन है?
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उन्होंने सीएम नीतीश से कहा कि आप ने मंजू वर्मा का इस्तीफा तो ले लिया लेकिन इसमें शामलि एक अन्य मंत्री का इस्तीफा लेने में आप (भय से) कांप रहे हैं। सब तंत्र आपका ही है जरा CDR देख लीजिये। सारा काला चिट्ठा खुल जाएगा।
मामले में आरोपी ब्रजेश ठाकुर के कॉल डिटेल्स पर सवाल खड़े करते हुए तेजस्वी ने कहा कि जिस सूत्र ने ब्रजेश ठाकुर की कॉल डिटेल्स सार्वजनिक करवा मंजू वर्मा का इस्तीफा दिलवाया, उसने दूसरे मंत्री के बारे में क्यों छिपाया?
मुज़फ़्फ़रपुर SP हरप्रीत कौर का तबादला इसलिए किया क्योंकि ब्रजेश ठाकुर से जो सबूत बरामद किए उसे CM ने ठिकाने लगाना था? मंत्री पति के बात करने से मंत्री को बर्खास्त किया तो फिर उस मंत्री को क्यों नहीं? जबकि उस मंत्री ने स्वयं अनेकों बार ब्रजेश से बात की। वो “पटना वाला सर” कौन है?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 1, 2018
उन्होंने आगे सवाल किया, “उस मंत्री ने कब और कितनी देर ब्रजेश से बात की? उस दिन के बाद से उस मंत्री का नंबर बंद क्यों है? जांचकर्ता सीबीआई एसपी को बीच में किसने बदलवाया”?
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इसके साथ ही एक अन्य ट्वीट के ज़रिए तेजस्वी ने कहा कि बलात्कार कांड के बाद पूर्व मेयर हत्याकांड में भी नीतीश जी के बड़े क़रीबी नेता का हाथ है।
हरप्रीत कौर उस नेता तक पहुंचने वाली थी कि सुशासनी सरकार ने तबादला कर दिया। दरिंदे ब्रजेश ठाकुर के काले कारनामों के भागीदार सुशासनी लोग ईमानदार अफ़सरों को प्रताड़ित कर रहे हैं।