उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए ब्लाक प्रमुख चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड जीत मिली है। जिसके लिए भाजपा जश्न मना रही है। लेकिन यह जीत भाजपा के लिए मुसीबत का सबब बन सकती है।

दरअसल ब्लाक प्रमुख चुनावों में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा जिस तरह से गुंडागर्दी की गई है। उसकी देश भर में भर्त्सना हो रही है। उत्तर प्रदेश ब्लाक प्रमुख चुनावों के दौरान भाजपा नेताओं की मौजूदगी में पार्टी कार्यकर्ताओं ने हिंसा को अंजाम दिया।

जिन पर यूपी पुलिस और प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही तक नहीं की गई। इसी बीच न्यूज़ चैनल यूपी तक ऑफिशियल द्वारा एक ऑनलाइन सर्वे किया गया है।

जिसमें सोशल मीडिया के जरिए लोगों से यह पूछा गया कि “उत्तर प्रदेश के जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की जीत का श्रेय किसे दिया जाना चाहिए? इस सर्वे में लोगों को 4 ऑप्शन दिए गए थे।

जिसमें पहला ऑप्शन था मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का। दूसरा था देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का। तीसरा ऑप्शन था पार्टी के कार्यकर्ताओं का और चौथा ऑप्शन था ‘इनमें से किसी को नहीं’।

आपको जानकर हैरानी होगी कि 82 फ़ीसदी लोगों ने चौथे ऑप्शन को चुना है। यानी कि लोगों को लगता है कि इन दोनों चुनावों में भाजपा की जीत का श्रेय किसी को भी नहीं दिया जा सकता।

योगी आदित्यनाथ को 10 फीसदी वोट मिले हैं। वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऑप्शन तो सिर्फ 2 फ़ीसदी लोगों ने चुना है।

इस सर्वे के नतीजों को शेयर करते हुए समाजवादी पार्टी से जुड़े आशीष यादव ने ट्वीट के जरिए भाजपा पर निशाना साधा है।

उन्होंने लिखा है कि “शर्म करो भाजपाई! तुम्हारी झूठी जीत की सच्चाई, सोशल मीडिया पर जनता ने बताई!”

दरअसल कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान भाजपा के कुप्रबंधन और प्रशासनिक लापरवाही की तस्वीर देखकर अब लोगों में पार्टी के प्रति भरोसा काफी कम हो चुका है। खासतौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता लोगों में काफी कम हुई है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here