बोलता उत्तर प्रदेश : (लखनऊ) शिक्षा के लिए सरकार आकाश-पाताल खूब करती लेकिन सब आसमान से बातें करना साबित होता है. शिक्षा में यही हाल है उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर का.
जहाँ एक प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थियों (Student) के पास किताबें, यूनिफार्म, बैग, जूते तो हैं ही नहीं,
साथ ही विद्यालय (School) में बच्चों के बैठने के बेंच-टेबल का भी आभाव है.
हम उस वीडियो की बात कर रहे हैं जिसमें एक निजी टेलीविज़न की एंकर ने विडियो को सोशल मीडिया पर डाला है जिसमें विद्यार्थी विद्यालय का नल ख़राब होने की बात कहते हैं और इसको बनवाने की दरख्वास्त करते हैं.
साथ ही बैग, जूते, यूनिफार्म और बैठने के लिए बेंच-टेबल की मांग करते दिख रहे हैं.
सबसे हैरानकुन बात यह है शैक्षिक स्तर, विद्यार्थियों और विद्यालय के असुविधा के आभाव की दास्तां वह जनपद का विद्यालय बयान कर रहा जहां से बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी (Satish Chandra Dvivedi) विधायक हैं.
बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी सिद्धार्थनगर जनपद के विधानसभा इटवा (Itwa) से विधायक हैं.
देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई शिक्षा नीति (News Education Policy) लेकर आये, मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय कर दिया, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के पहले इन मंत्रालय का नाम शिक्षा मंत्रालय ही था.
ध्यान देने वाली ये बात है कि मंत्रालय के नाम के इतनी बदलियों के बाद भी शिक्षा के स्तर में बदलाव नहीं हुआ.
सिद्धार्थनगर नगर के विद्यालय की बदहाल शिक्षा स्तर को देखकर यूपी कांग्रेस ने बीजेपी पर सवाल खड़ा किया है कि इस विद्यालयों के विद्यार्थियों पर खर्च करने वाला पैसा कहां जा रहा है.
ये यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री के गृह जनपद का विद्यालय है जहां विद्यार्थियों को पानी, बेंच, ड्रेस और अन्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं.
वहीँ प्रोफेसर दिलीप मण्डल इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कटघरे में खड़ा किया है. उनका कहना है कि योगी शासन का इससे बड़ा पर्दाफाश आज तक नहीं किया गया है.
ये वीडियो बता रहा है कि यूपी के स्कूल बर्बाद हो चुके हैं. यूपी के विद्यार्थियों का भविष्य ख़राब करने वाले अपराधी योगी आदित्यनाथ हैं.
सवाल यह बनता है कि यूपी के शिक्षा मंत्री के जिले की शिक्षा व्यवस्था गर्त के ढर्रे पर चल रही है तो यूपी के अन्य जनपदों की क्या हालत होगी.