बोलता उत्तर प्रदेश (लखनऊ) :

इस देश के प्रधानमंत्री को अहंकार की बीमारी लगी है और लोकतंत्र में प्रधानमंत्री बीमार हो जाये तो इलाज तो जनता को ही करना पड़ता है.

जनता एक साल से दवाई दे रही थी असर नहीं हो रहा था फिर बंगाल के लोगों ने एक छोटा सा इंजेक्शन लगाया, उसका थोड़ा-सा असर हुआ लेकिन मरीज ठीक नहीं हो रहा था.

बंगाल के छोटे इंजेक्शन से छोटा असर हुआ अब बड़ा इंजेक्शन लगाना है. उत्तर प्रदेश का इंजेक्शन.

ये बातें सोमवार को लखनऊ ( Lucknow) में संयुक्त किसान मोर्चा ( kisan morcha )द्वारा आयोजित किसान महापंचायत (kisan mahapanchayat) में योगेंद्र यादव ने कहीं

नए कृषि कानून बनने के बाद किसानों का आन्दोलन पिछले साल शुरू हुआ, पीएम मोदी के द्वारा कानूनों को वापस लिए जाने के बाद भी किसान आंदोलनरत हैं.

किसानों का कहना है किसान आंदोलन का मुद्दा तीन कृषि कानूनों के साथ-साथ एमएसपी (MSP), किसानों की बिजली दर, शहीद हुए किसानों के परिवार की आर्थिक सहायता, किसानों पर मुक़दमे, पराली का कानून का भी है.

इन्हीं सब मुद्दों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में किसान महापंचायत का आयोजन लखनऊ में किया गया. संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वाहन पर देश भर से किसान लखनऊ पहुंचे

पीएम मोदी का नाम लेकर किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए योगेंद्र यादव (Yogendra yadav) ने बताया कि “मोदी जी कुछ बातें हैं जो आप भूल गए हैं लेकिन देश का किसान नहीं भूला. मोदी जी किसान कहता है मुझे दान नहीं चाहिए-मुझे दाम चाहिए. मुझे अपने मेहनत का दाम चाहिए. अपने मेहनत की फसल की कानूनी गारंटी चाहिए. MSP की गारंटी चाहिए.”

किसान महापंचायात में लखीमपुर (Lakhimpur) हिंसा को लेकर सभी किसान नेताओं ने बीजेपी पर हमला किया. योगेन्द्र यादव ने भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल अजय मिश्र टेनी एक अपराधी है,

ये केवल अपराधी का बाप नहीं है बल्कि लखीमपुर हत्याकांड का सूत्रधार है. जबतक इसको बर्खास्त कर गिरफ्तार नहीं करते किसानों के कलेजों को ठंडक नहीं आएगी.

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हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने 19 नवंबर को राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार नए तीन कृषि कानून के फायदे कुछ किसानों को समझाने में सफल नहीं हो पाई इसलिए केंद्र सरकार इन कानूनों को रद्द करने का फैसला किया है.

पीएम मोदी ने यह भी बताया कि इस माह के अंत में प्रस्तावित संसद सत्र में वैधानिक रूप से तीनों कानूनों को वापस कर दिया जायेगा।

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