पभारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर की चपेट में शहर के साथ-साथ अब ग्रामीण क्षेत्र भी आ रहे हैं। इस साल ये बीमारी और भी ज़्यादा घातक साबित हो रही है।
कानपुर के पास स्थित परास गांव में तो कोरोना की वजह से एक हफ्ते के भीतर लगभग 35 लोगों की मौत हो चुकी है।
दरअसल, कानपुर से करीब 50 किलोमीटर दूर घाटमपुर के परास गांव में कोरोना महामारी का कहर बरपा है।
‘भारत समाचार’ की खबर के अनुसार, यहाँ पर पिछले एक हफ्ते में कोरोना से 34-35 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा गांव में करीब 50 से ज्यादा लोग बीमार होने की वजह से अपने घरों में पड़े हैं।
#Kanpur – कानपुर के इस गांव में एक हफ्ते में 35 लोगों की मौत, 50 से ज्यादा गंभीर रूप से बीमार pic.twitter.com/Zvfkplu9NQ
— भारत समाचार (@bstvlive) May 5, 2021
उत्तर प्रदेश में हाल ही में पंचायत चुनाव ख़त्म हुए हैं। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच ये चुनाव करवाना सिस्टम और सरकार पर सवाल खड़े करता है।
खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। आरोप है कि पंचायत चुनाव के कारण ये बीमारी गांव-गांव तक पहुँच गई है।
माहमारी और सरकारी लापरवाही से लोग इतना परेशान और घबराए हुए हैं कि अपने गाँव में स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी एंट्री नहीं दे रहे हैं।
ऐसे ही ‘इंडिया टुडे’ की खबर के अनुसार, यूपी के बीसलपुर के वौनी गांव में पांच लोगों की कोरोना से मौत हो गई। इसके बाद जब स्वास्थ्य अधिकारी हालात का जायज़ा लेने गाँव पहुंचे, तो ग्रामीणों ने उन्हें उलटे पांव वापस लौटा दिया।
चुनाव खत्म हो गए हैं तो सरकार ने भी प्रदेश में लॉकडाउन लगा दिया है। उससे पहले तो शायद जनता की जान से ज़्यादा चुनाव ज़रूरी था।
कोरोना के गांव-गांव तक पहुंचने से स्थिति और नाज़ुक हो गई है, क्योंकि वो किसी भी मूलभूत सुविधा से कोसों दूर होते हैं।