भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसके लिए सभी राजनीतिक दल सक्रिय हो चुके हैं। विधानसभा चुनाव से पहले आज उत्तर प्रदेश के 53 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हो रहा है।
माना जा रहा है कि 45 जिलों में तो भाजपा और सपा के बीच ही सीधा मुकाबला होने वाला है। आज शाम को जिला पंचायतों में हुए अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे।
इसी बीच खबर सामने आई है कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अंदर फूट पड़ गई है।
खबर के मुताबिक, गाजीपुर में ओवैसी की पार्टी के दो जिला पंचायत सदस्यों ने भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में वोट किया है।
बता दें, एआईएमआईएम को कई बार भारतीय जनता पार्टी की B टीम कहा जा चुका है। इन आरोपों को असदुद्दीन ओवैसी ने कई बार बेबुनियाद बताया है। लेकिन ग़ाज़ीपुर में हुए इस सियासी घटनाक्रम ने पार्टी को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है।
दरअसल पार्टी अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी अक्सर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बयानबाजी करते नजर आते हैं।
उत्तर प्रदेश जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव में मंगलवार को 22 जिलों में पहले ही जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए जा चुके हैं।
साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों के लिए उत्तर प्रदेश में हो रहे जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव एक तरह से सेमीफाइनल की तरह देखे जा रहे हैं।
ऐसे में सभी राजनीतिक दल ज्यादा से ज्यादा जिला पंचायत सदस्यों को जितवाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
समाजवादी पार्टी की तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि उन्हीं के राजनीतिक दल के सबसे ज्यादा जिला पंचायत सदस्य जीते हैं और अध्यक्ष भी उन्हीं के सबसे ज्यादा होंगे।