मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद पूरे देश में अजीब चलन चल गया है। जिस विपक्ष पर सरकार के गलत फैसलों को उजागर कर उन्हें आइना दिखाने की जिम्मेदारी होती है। अब उसी विपक्ष और विपक्षी नेताओं को सरकार और उसके फैसलों की आलोचना करने पर देशद्रोही बता दिया जा रहा है। बीजेपी-संघ से जुड़े संघठन के कार्यकर्ता सरेआम जिसको मर्जी देशद्रोही करार दे दे रहे हैं, मगर इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है। इसपर सरकार खामोश है।

ऐसा ही नजारा देखने को मिला यूपी के आगरा में जहां हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सीताराम येचुरी का पोस्टर लेकर इन्हें देशद्रोही बता दिया।

पोस्टर पर थूकने और जूतों से मारने का मामला सामने आया है। इस पोस्टर को लेकर जागरण मंच ने मांग की कि अखिलेश यादव और राहुल गांधी पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए।

इस प्रदर्शन को रोकने आई पुलिस को हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने डपटकर किनारे कर दिया और उन्हें हड़काया। मानों इन्हें किसी कानून पुलिस का डर नहीं। ये मामला आगरा के हरिपर्वत के संजय प्लेस स्पीड कलर लैब का है।

दरअसल, जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35A को मोदी सरकार ने हटा कर राज्य का दर्जा छीन लिया है। इसपर कुछ विपक्षी पार्टियाँ कुछ मुद्दों को लेकर असहमती जता रही हैं। जिसमें उक्त नेताओं के नाम शामिल हैं। लेकिन असहमती को हिंदूवादी संगठन देशद्रोह बता दे रहे हैं।

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